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दरगाह हाफिज शाह जमालउल्लाह Photograph: (इंटरनेट मीडिया)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। हजरत हाफिज शाह जमालउल्लाह हसनी हुसैनी कादरी नक्शबंदी मुजद्दी चिश्ती साबरी सोहरबर्दी का 238वां उर्स आज 26 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। दरगाह शरीफ जायरीनों से खचाखच भर गई है। जिसे जहां जगह मिल रही है वहीं रुकने का इंतजाम कर रहा है। उर्स-ए-जमाली नौ अगस्त तक चलेगा। जायरीन आते जाएंगे, हाजिरी लगाकर जाते रहेंगे। आज परचम कुसाई के साथ पहली चादरपोशी और गुलपोशी होगी। इसके बाद दरगाह पर हाजरी की शुरूआत हो जाएगी। उर्स नौ अगस्त तक चलेगा।
उर्स-ए-जमाली की शुरूआत आज शनिवार 26 जुलाई को दरगाह के मुरीद शाहिद अली खां जमाली के आवास घेर तौगा से आने वाले परचम कुसाई और चादरपोशी गुलपोशी के साथ होगी। शाहिद अली खां जमाली के आवास पर कार्यक्रम होगा। जिसमें सभी मेहमान मौजूद रहेंगे। दरगाह के सज्जदानशीन फहत मियां जमाली भी मौजूद रहेंगे। उर्स की शुरुआत में पहले दिन नमाजे जौहर के बाद खत्म ख्वाजगान पढ़ा जाएगा। बाद नमाजे हस्र परचम कुसाई होगी। इसके बाद कुल की फातिहा होगी।
27 जुलाई को नमाजे फज्र के बाद कलाम पाक का खत्म शरीफ होगा और सुबह 8 बजे कुल होगा। बाद नमाजे जौहर ख्वाजगान, बाद नमाजे हस्र देश विदेश से आने वाले मौलाना की तकरीरें होंगी। कुलशरीफ बाद नमाजे मगरिब नातो मनकबत शरीफ की महफिल और दुआ होगी। बाद नमाजे ईशा खरात का प्रोग्राम होगा। जिसमें तलबा और कारी हजरात कलामे पाक पढ़ेंगे, तिलाबत होगी, जो सबसे अच्छा कलामे पाक पढ़ेगा उसे सम्मानित किया जाएगा।
28 जुलाई को रोजाना की तरह उर्स का सिलसिला जारी रहेगा। सज्जादानशीन शाह फहत मियां जमाली की सरपरस्ती की मौजूदगी में उर्स के सभी प्रोग्राम होंगे। बड़ा कुल शरीफ 29 जुलाई को होगा। इसमें दूर दराज से जायरीन पहुंचेंगे। दरगाह शरीफ के बाहर मेला लगा है। दरगाह पर शानदार सजावट की गई है।