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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे अमान्य और अवैध रूप से संचालित निजी विद्यालयों पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार सुबह जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी (वि/रा) अरविंद कुमार और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिव्या गुप्ता के नेतृत्व में जलालाबाद क्षेत्र के विभिन्न गांवों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर तीन विद्यालयों को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया। इन स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये जुर्माने के निर्देश भी दिए गए हैं। प्रशासन की इस कार्रवाई से निजी विद्यालय संचालकों में हड़कंप मच गया है वहीं अभिभावकों और छात्रों ने राहत की सांस ली है।
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इन विद्यालयों को किया गया सील
1. ज्ञानदीप शिक्षा निकेतन, याकूबपुर यह विद्यालय एक चहारदीवारी के अंदर टीनशेड में संचालित हो रहा था जहां 33 बच्चे अध्ययनरत थे। विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता इंटर व बीए थी जो शासन के मानकों के अनुरूप नहीं है। एडीएम ने इस स्कूल को सील कर एक लाख रुपये जुर्माना लगाने के निर्देश दिए।
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2. दिल्ली इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, दिबियापुर यह स्कूल बिना किसी मान्यता के वर्षों से संचालित हो रहा था। निरीक्षण में आवश्यक दस्तावेज, संरचना एवं स्टाफ की योग्यता मानकों से कोसों दूर मिली। इसे भी सील कर एक लाख रुपये जुर्माना लगाया गया।
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3. कोप इंटरनेशनल स्कूल, खंडहर यह विद्यालय बिना नाम और पते के अत्यंत जर्जर भवन में चल रहा था। यहां 41 बच्चे पढ़ते थे। विद्यालय की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। इसे भी सील कर 1 लाख रुपये जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए।
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छात्रों को सम्मानपूर्वक सरकारी स्कूल में स्थानांतरित किया गया
सील किए गए विद्यालयों में अध्ययनरत कुल सैकड़ों बच्चों को उनके नजदीकी सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में स्थानांतरित किया गया। बच्चों को प्रशासन द्वारा तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया। साथ ही नाश्ता मिड डे मील की व्यवस्था की गई और सभी बच्चों को सुरक्षित रूप से उनके घर भेजने के निर्देश खंड शिक्षा अधिकारी और संबंधित अध्यापकों को दिए गए।
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ADM ने की अभिभावकों से अपील
एडीएम अरविंद कुमार ने कहा बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों में बच्चों को भेजकर अभिभावक उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। शासन की मंशा है कि प्रत्येक बच्चा गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित शिक्षा पाए। अभिभावकों से अपील है कि अपने बच्चों को केवल मान्यता प्राप्त या सरकारी विद्यालयों में ही भेजें।
पहले दिए गए थे नोटिस, अनदेखी पर हुई कार्रवाई
जैसे ही छापेमारी की खबर फैली, पूरे जलालाबाद क्षेत्र के अन्य निजी विद्यालयों में खलबली मच गई। कई स्कूलों ने आनन-फानन में दरवाजे बंद कर दिए। यह कार्रवाई शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा संदेश मानी जा रही है कि शासन अब अवैध संचालन को बर्दाश्त नहीं करेगा। जिला प्रशासन द्वारा स्पष्ट किया गया कि इन विद्यालयों को पिछले कई महीनों से नोटिस जारी कर मान्यता न होने की स्थिति में बंद करने का निर्देश दिया गया था लेकिन संचालकों ने नियमों की खुलेआम अवहेलना की। स्थिति में सुधार न होने पर प्रशासन ने अब कड़ी कार्रवाई की है। इस बड़ी कार्रवाई में एडीएम (वि/रा) अरविंद कुमार, बीएसए दिव्या गुप्ता, खंड शिक्षा अधिकारी जलालाबाद शाहीन अंसारी, मुख्यालय से सुरेंद्र मौर्य, नगर क्षेत्र से नागेंद्र सिंह, भावलखेड़ा के विनय मिश्रा, तिलहर के अजय कुमार, जैतीपुर के यशवंत कुमार सहित दर्जनों अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।
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