/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/10/ishaank-yadav-2025-10-10-09-40-34.jpeg)
शतरंज खिलाडी इशांक यादव को दुलार करते देवरिया के सांसद शशांक मणि Photograph: (ybn)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता। होनहार बिरवान के होत चीकने यह कहावत पूरी तरह चरितार्थ हो रही शतरंज की राष्ट्रीय फिडे रेटिंग प्रतियोगिता में यूपी का परचम लहराने वाले पांच वर्ष के बाल खिलाडी इशांक यादव पर। एक साल की उम्र में ही चंचल मन व वात्सल्य से मनमोहने वाले इशांक ने चार वर्ष 10 माह की उम्र में राष्ट्रीय स्तर पर माता- पिता के साथ शाहजहापुर, देवरिया संग पूरे प्रदेश को गौरवान्वित कर दिया। उन्होंने सबसे कम उम्र के खिलाडी के रूप में राष्ट्रीय सूची में दूसरे स्थान पर नाम दर्ज कराया। गुरुवार को उनकी पांच वर्ष की उम्र पूरी होने पर गृह जनपद देवरिया के गांव बरनई खास में आयोजित समारोह में सांसद शशांक मणि ने उन्हें मेडल पहनाकर तथा उपहार भेंटकर सम्मानित किया। जबकि उनके कोच शाहजहापुर निवासी आयुष सक्सेना को उपहार के साथ 10 हजार का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
शाहजहांपुर स्थित कर्नल एकेडमी के नर्सरी छात्र इशांक यादव रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अधीन संचालित शाहजहांपुर अस्पताल की प्रधान चिकित्साधिकारी डा दीप्ति सिंह तथा महर्षि देवराहा बाबा राजकीय मेडिकल कालेज देवरिया के आर्थोपेडिक असिस्टेंट प्रोफेसर डा अजय कुमार यादव के सुपुत्र है। उन्होंने मात्र 4 साल 10 महीने की आयु में 1416 रैपिड फिडे रेटिंग प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। इशांक सबसे कम उम्र में फिडे रेटिंग में नाम दर्ज कराने वाले देश के दूसरे उत्तर प्रदेश के वह प्रथम खिलाडी के रूप में चमके हैं। बाल खिलाडी इशांक की इस उपलब्धि पर शाहजहांपुर के साथ ही उनके गृह जनपद देवरिया में खुशी की लहर है। उनकी पांच वर्ष की उम्र पूरी होने पर आयोजित समारोह में देवरिया सांसद शशांक मणि ने पहुंचकर चेस चैंपियन इशांक यादव को सम्मानितकिया और गोद में लेकर दुलराया। इस दौरान क्षेत्रवासियों ने भी चेस चैंपियन इशांक पर पुष्पवर्षा के साथ उपहारों की बरसात कर दी।
माता पिता के साथ बडे भाई नितेश से मिली प्रेरणा
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/10/respect-for-the-player-2025-10-10-09-45-14.jpeg)
होनहार इशांक अपनी सफलता का श्नेय अपने माता-पिता के साथ चाचा नितेश यादव को देते हैं। इंशांक की मां डा दीप्ति सिंह बताती है कि कोच व फिडे रेटेड खिलाड़ी स्टेट चैंपियन आयुष, सक्सेना ने शतरंज की प्रतिभा को निखारा है। इसके अलावा स्कूल के शिक्षक सईद सर तथा घर में चाचा नितेश यादव के साथ शतरंज का अभ्यास कर आगे बढने की प्रेरणा मिली। इसके अलावा युवा शतरंज प्रगनंदा और डी. गुकेश को आदर्श मान खेल की बारीकियों को समझा। इशांक ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहते है
वाकई खास बन गया बरनई, बडी संख्या में लोग पहुंचे
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/10/pride-2025-10-10-09-47-54.jpeg)
राष्ट्रीय शतरंज खिलाडी इशांक यादव की खेल प्रतिभा से उनके पिता अजय कुमार यादव का पैतृक गांव बरनई खास वाकई खास बन गया है। गुरुवार को सांसद शशांक मणि बडी संख्या में क्षेत्रवासियों ने पहुंचे। इशांक, पिता अजय यादव की गोद में बैठकर जब सम्मान के लिए तो लोगों ने फूलमालाओं से पिता पुत्र को लाद दिया। वीवीआइपी की तरह पांच वर्ष के इशांक ठसक के साथ समारेाह में पहुंचे और तारा बने रहे।
इशांक के माता पिता समेत सभी को बधाइयों का तांता
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/10/lap-of-glory-2025-10-10-09-50-11.jpeg)
इशांक यादव की उपलब्धि पर कर्नल एकेडमी ग्लोबल की संस्थापक नीला चौधरी, शतरंज संघ के जिला सचिव विपिन अग्निहोत्री जिला क्रीडा अधिकारी सुरेंद्र बमनिया ने बधाई दी है। समारोह के दौरान इशांक के पिता डा अजय यादव दादा वीरेंद्र यादव दादी, सुशीला देवी, मां डा दीप्ति सिंह, चाचा नीतेश यादव बुआ, निधि यादव, सेवा निवृत्त जिला जज व नाना शिव सिंह, कोच आयुष सक्सेना, समेत इं अभय यादव, प्रबंधक अमित यादव, प्रवर्तन अधिकारी मामा शशांक सिंह को बधाइयां देने वालों का तांता लगा रहा।
यह भी पढें
100 साल से अधिक उम्र के 948 विरासत वृक्षों में शाहजहांपुर ओसीएफ में लगा पीपल वृक्ष भी शामिल
Prostate-Related Problems: पुरुषों के लिए देर तक बैठना हो सकता है खतरनाक