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मुठभेड़ में गोली से घायल लूट के आरोपी से पूछताछ करते पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, साथ में एसपी सिटी देवेंद्र कुमार Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता। सहकारी संघ सचिव नरेंद्र कुमार से दिनदहाड़े तीन लाख रुपये की लूट करने वाले अंतरजनपदीय गिरोह का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। लखनऊ एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पांच आरोपियों को धर दबोचा गया, जबकि मुठभेड़ में मुख्य आरोपित अब्बास गाजी के पेट में गोली लगी है। सिपाही प्रदीप चौहान भी हाथ में गोली लगने से घायल हुए। देर रात गंभीर हालत में हरदोई निवासी अब्बास गाजी को लखनऊ रेफर कर दिया गया।
मास्टरमाइंड नरेश ने रची थी लूट की साजिश
जांच में पता चला कि लूट की योजना मनुआपुर गांव निवासी नरेश ने ही तैयार की थी। नरेश ने अपने परिचित हरदोई के अल्लाहपुर निवासी रामकिशन को सचिव नरेंद्र कुमार की गतिविधियों और आने-जाने के रूट की जानकारी दी थी। इसके बाद रामकिशन ने सजायाफ्ता अपराधियों रवि मिश्रा, गोपाल उर्फ मनीष ठाकुर, अब्बास गाजी व छोटे यादव को साथ मिलाकर प्लानफाइनल किया।
कई दिनों की रेकी के बाद वारदात को अंजाम
पूरे गिरोह ने सचिव की कई दिनों तक रेकी की। जब यह पक्का हो गया कि उनके पास खाद बिक्री की लाखों रुपये की नकदी रहती है, तब गिरोह ने वारदात को अंजाम देने की तिथि तय की। रवि और गोपाल ने बाईक से पीछा करना शुरू किया और सुनसान जगह मिलते ही अपने हरदोई निवासी साथियों रामकिशन, छोटे यादव, अब्बास गाजी व अन्य की मदद से उन्हें टक्कर मारकर गिराया और रुपये लूट लिए।
एसटीएफ की तेज कार्रवाई
शाहजहांपुर एसपी राजेश द्विवेदी ने राजफाश को टीमे बनाई, लेकिन विशेष टीम भी लुटेरों तक नहीं पहुंच सकी थी, जिसके बाद शासन ने लखनऊ एसटीएफ को लगाया। शनिवार रात एसटीएफ ने रवि मिश्रा और गोपाल ठाकुर को चांदपुर गांव के पास से पकड़ लिया। दोनों से पूछताछ में अन्य सदस्यों की जानकारी मिली। रविवार दोपहर एसओजी और पुलिस टीम ने शाहाबादबार्डर पर मुठभेड़ के दौरान अब्बास गाजी को दबोच लिया। इसी दौरान कांस्टेबल प्रदीप चौहान घायल हुए। निजामुद्दीन और अरमान गाजी को हरदोई से गिरफ्तार किया गया।
अपराधियों का भारी क्रिमिनलरिकॉर्ड
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि रवि मिश्रा पर सीतापुर, गाजियाबाद, शाहजहांपुर और नोएडा में 10 मुकदमे दर्ज हैं। गोपाल पर सीतापुर में चार मुकदमे हैं। इस गिरोह के बाकी सदस्यों पर भी गैंगस्टर सहित कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। बरामदगी में पुलिस को दो तमंचे, कारतूस, ₹25 हजार नकद, दो मोबाइल फोन, एक स्कूटी, चेकबुक, रजिस्टर व अन्य दस्तावेज मिले।
एसपी ने मेडिकलकॉलेज में ली जानकारी, गाजी लखनऊ रेफर
मुठभेड़ में घायल आरोपित अब्बास गाजी को लखनऊ रेफर कर दिया गया है। घायल कांस्टेबल का भी उपचार चल रहा है। एसपी राजेश द्विवेदीमेडिकलकॉलेज पहुंचे और पूरी स्थिति का जायज़ा लिया।
साइडस्टोरी : पेशेवर लुटेरों का गैंग, रेकी के बाद करते थे वारदात
जांच में यह सामने आया कि गिरोह पूरी तरह पेशेवर है। ये कई दिनों तक टारगेट की गतिविधियों की बारीकी से रेकी करते थे। मोबाइल लोकेशन, आने-जाने के समय और कमजोर प्वाइंट खोजकर फिर ऐसा मौका चुनते थे जब आसपास भीड़ न हो। सचिव नरेंद्र कुमार पर भी लगातार नजर रखी जा रही थी। जैसे ही गिरोह को पक्का भरोसा हुआ कि वह बड़ी राशि के साथ निकला है, तुरंत प्लानएक्टिव कर दिया गया।
लूट के बाद रकम आपस में बांट ली गई थी। गिरोह का यह सिस्टम कई जिलों में इसी तरीके से लागू किया जाता था, जिसकी पुष्टि एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त पूछताछ में हुई है। यह राजफाश है कि अपराधियों की सोच कितनी संगठित और खतरनाक है तथा ऐसे मामलों में पुलिस-एसटीएफ की समन्वित कार्रवाई कितनी आवश्यक है।
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