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पांच दोषियों को उम्रकैद, रास्ते के विवाद में ली थी जान Photograph: (काल्पनिक फोटो)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । जनपद के कांट थाना क्षेत्र के लालपुर गांव में रास्ते के विवाद को लेकर हुई एक छात्र की हत्या के मामले में अदालत ने फैसला सुनाते हुए पांच दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। यह सनसनीखेज वारदात 26 मार्च 2024 को होली के अगले दिन हुई थी जब 12वीं का छात्र अनुराग अपने परिजनों के साथ घर के दरवाजे पर बैठा था।
विपिन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह अपने पिता महेशपाल, भाई विवेक, चाचा प्रेमपाल, चचेरे भाई अनुराग और आरेंद्र के साथ घर के सामने बैठा था तभी गांव के नीरज उसका भाई अखिलेश, रामू, संजय, अनिल, अवधेश, अभय, ब्रजेश, अशोक और गुरुदेव अपने साथियों के साथ असलहों से लैस होकर पहुंचे। हमलावरों ने कहा कि सूचना सही थी सब इकट्ठे बैठे हैं खत्म कर दो और फायरिंग शुरू कर दी।
गोलीबारी में विपिन और उसके पिता महेशपाल घायल हो गए जबकि अनुराग को दौड़ाकर पकड़ लिया गया और उसके सीने में गोली मार दी गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हमलावरों ने घर में घुसकर जितेंद्र और उसकी मां को भी बुरी तरह पीटा।
पुलिस ने मामले की जांच के बाद रामू, नीरज, शिवांश, अशोक और अनिल के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दाखिल की। मुकदमे के दौरान गवाहों और साक्ष्यों के आधार पर अपर सत्र न्यायाधीश नरेंद्र नाथ पांडेय ने इन पांचों दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
इस घटना के पीछे लालपुर गांव में लंबे समय से चल रहे रास्ते के विवाद और वर्चस्व की लड़ाई को वजह बताया गया है। बताया गया कि घटना से दस दिन पहले नीरज ने रास्ते पर मिट्टी डलवाकर रास्ता बंद किया था जिसका महेशपाल ने विरोध किया था। इसी बात को लेकर रंजिश बढ़ती गई और अंततः छात्र अनुराग की जान ले ली गई।
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