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फर्जीवाडा : भारी वर्षा में भी नाले के तलीझाड सफाई, कब्रिस्तान में रहस्यमय ढंग से गायब हो गए पौधे और सफाई के बाद उग आइ झाडियां

मनरेगा में फर्जीवाडा के तरीके बेहद निराले हैं। इनकी बानगी देखनी को मिली दिउरिया गांव में। यहां अगस्त की शुरुआत से ही कब्रिस्तान में पौधारोपण व झाडियों की सफाई तथा नाले की सफाई कराई जा रही है। 14 अगस्त को भारी वर्षा के बावजूद यहां नाले की सफाई दर्शाई गई।

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Narendra Yadav
दिउरिया गांव स्थित पूर्वी कब्रिस्तान की तस्वीर, जहां किया गया पौधारोपण व झाडियों की सफाई का दावा

दिउरिया गांव स्थित पूर्वी कब्रिस्तान की तस्वीर, जहां किया गया पौधारोपण व झाडियों की सफाई का दावा Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

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शाहजहांपुर, वाइबीएन संवाददाताः  मनरेगा में बडे स्तर पर फर्जीवाडा हो रहा है। इसकी बानगी देखनी को मिली भावलखेडा ब्लाक के गांव दिउरिया गांव में। यहां भारी बरसात के बीच नाले की सफाई और कब्रिस्तान में रोजाना पौधारोपण के साथ झाडियों की सफाई की गई। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि मनरेगा पोर्टल पर दावा किया है ग्राम विकास अधिकारी ने। उन्होंने वर्षा के बीच बडा खेल कर मनरेगा श्रमिकों से काम कराने का दावा किया गया। इससे सरकार को रोजाना 12 हजार से लेकर 27 हजार का चूना लगाया गया। 

यह खेल अकेले इसी ग्राम पंचायत का नहीं है। लगभग सभी ग्राम पंचायतों में यही खेल चल रहा है। रविवार को जिले की ग्राम पंचायतों में 334 मस्टर रोल के माध्यम से 2583 श्रमिको से नाले की सफाई, चकरोड निर्माण व पौधारोपण का दावा किया गया। चूंकि रविवार को यंग भारत न्यूज की टीम ने दिउरिया गांव की ग्राउंड रिपोर्ट की, इसलिए आज हम बात करेंगे महानगर के समीपवर्ती गांव दिउरिया की। 

जिला पंचायत से निर्मित नाले की सफाई का फर्जी दावा 

दिउरिया से हथौडा की सीमा की ओर से जाने वाले नाला, इसी की सफाई का किया जा रहा दावा
दिउरिया से हथौडा की सीमा की ओर से जाने वाले नाला, इसी की सफाई का किया जा रहा दावा Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

शारदा नहर के रजबाहा से हथौडा तक अल्पिका नहर बनी थी, स्टेडियम के पास से होती हुई गन्ना शोध परिषद के फार्म तक जाती थी। नहर के निष्प्रयोज्य हो जाने पर अल्पिका को नाला में परिवर्तित कर दिया गया। बताते है कि जिला पंचायत की ओर से नहर को नाला का रूप देकर जल निकासी के प्रबंध किए गए। दिउरिया ग्राम पंचायत की ओर से इसी नाले की तली झाड सफाई का दावा किया गया। मस्टर रोल 5265 से 5270 तक 60 मनरेगा श्रमिको से नाला सफाई का दावा किया गया। इससे पूर्व भी 15 दिन विविध तिथियों में नाले की सफाई दिखाकर लाखों की चपत लगाई गई। 

कब्रिस्तान से भी रोजाना हजारों की कमाई 

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मनरेगा पोर्टल पर श्रमिको की हाजिरी की तिथि व नाम भिन्न, लेकिन फोटो समान, वह भी पुराना
मनरेगा पोर्टल पर श्रमिको की हाजिरी की तिथि व नाम भिन्न, लेकिन फोटो समान, वह भी पुराना Photograph: (इंटरनेट मीडिया)

दिउरिया गांव में दो कब्रिस्तान हैं। मनरेगा से पूर्वी कब्रिस्तान में पौधारोपण व झाडियों की सफाई का दावा किया गया। अभिलेखो में प्रवीण कुमार के नाम से उनकी हाजिरी दर्शाई गई। 16 अगस्त को कब्रिस्तान में 20 श्रमिको से पौधारोपण व झाडियों की सफाई का दावा किया गया। श्रमिको में छह महिलाओं के भी नाम दर्शाए गए हैं। इससे पूर्व की तिथियों में भी इसी तरह का फर्जीवाडा किया। जबकि गांव में तीन अलग अलग कार्यों में कुल 109 मजदूरों से कार्य दर्शाया गया। इस तरह 15 दिन के भीतर लगभग 500 से अधिक मजदूरों से फर्जी काम दिखाकर सवा लाख से लगभग सरकारी धन हडपने का प्रयास किया गया। 

बच्चों व वृद्धजनों से खोली पोल, बोले खुदा से भी कडर नहीं लगता

ग्राम दिउरिया के कब्रिस्तान में पौधारोपण व झाडियों की सफाई की हकीकत बताते हाामिद
ग्राम दिउरिया के कब्रिस्तान में पौधारोपण व झाडियों की सफाई की हकीकत बताते हाामिद Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

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नहीं हुआ कब्रिस्तान में कोई काम, बोले बच्चे
ग्राम दिउरिया में मनरेगा फर्जीवाडा की बच्चों ने भी बताई हकीकत Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

यंग भारत की टीम ने दिउरिया गांव के कब्रिस्तान पहुंचकर वहां मौजूद बच्चों व वृद्धजनों से काम के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने  बताया कि दो तीन महीने से कोई काम नहीं हुआ। वरिष्ठ नागरिक हामिद ने बताया कि पिछली साल कूछ बूटा लगाए गए थे, इस वर्ष अभी तक कब्रिस्तान में कोई काम नहीं हुआ। ग्रामीणों ने भी कब्रिस्तान से फर्जी कमाई पर ताज्जूब जताया, बोले इन्हें तो खुदा से भी डर नहीं लगता। 

प्रधानपति बोले हमें तो जानकारी ही नहीं, किसने कराया काम 

दिउरिया में महिला प्रधान हैं, लेकिन देखरेख उनके पति वसीउल्ला करते हैं। रविवार को ग्राउंड रिपोर्ट के बाद जब उनसे फोन पर बात की गई, तो प्रधान ने गांव में किसी तरह का काम न कराए जाने की जानकारी दी। बोले उनकी तबीयत खराब है। इस कारण वह देखरेख नहीं कर पाए। स्पष्ट किया कि बारिश के कारण नाले की सफाई का तो प्रश्न ही नहीं। बताया कब्रिस्तान में कुछ समय पूर्व पौधे लगाए गए थे, एक माह में कोई काम नहीं हुआ। सवाल यह है कि आखिर किसने कराया काम। 

जांच कराएंगे, जो दोषी मिलेगा होगी कार्रवाई

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खंड विकास अधिकारी अभिषेक अग्रवाल भी दिउरिया गांव में फर्जी काम कराए जाने से हैरत में हैं। उन्होंने यंग भारत न्यूज से बातचीत में स्पष्ट किया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। यदि दिउरिया में काम नहीं हुआ और पोर्टल पर हाजिरी भरी गई, तो उसे निरस्त कराया जाएगा। बोले रविवारीय अवकाश से लौटने पर टीम गठित कर जांच कराई जाएगी, जो भी दोषी होगा, कार्रवाई की जाएगी। 

बसुलिया के फर्जीवाडा मामले में रोजगार सेवक को कारण बताओ नोटिस, मस्टर रोल निरस्त

भावलखेडा विकास खंड के ग्राम बसुलिया में अमृत सरोवर में फर्जी कार्य दिखाए जाने पर बीडीओ अभिषेक अग्रवाल ने रोजगार सेवक महेश कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीडीओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट में भी गांव के अमृत सरोवर पर काम नहीं पाया गया, इस कारण मस्टर रोल को निरस्त कर दिया गया है। 

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