/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/26/outrage-over-madhya-pradesh-ias-officer-statement-2025-11-26-21-48-30.jpeg)
मध्यप्रदेश के आइएएस के बयान को लेकर डीएम को राष्ट्रपति को संबाेधित ज्ञापन सौंपते जनराज्य फ्रंट इंडिया के राष्ट्रयी अध्यक्ष अजय मीरा पांडेय Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता : मध्य प्रदेश में कृषि विभाग में उप सचिव स्तर के IAS अधिकारीसंतोष वर्मा की ओर से आरक्षण को लेकर दिया गया बयान तूल पकड़ गया है। सामाजिक सम्मेलन में ब्राह्मणसमाज की बेटियों काे लेकर जिक्र में उन्होंने कहा कि "जब तक ब्राह्मण समाज अपनी बेटियां दान न करे,तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। इस इस बयान ने सामाजिक और राजनीतिक हलकों मेंतीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी। शाहजहांपुर में जनराज्य फ्रंट इंडिया ने सडकों पर उतर कर प्रदशर्न किया। पैदल मार्च कर कलक्ट्रेट में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। प्राथमिकी के लिए थाना सदर बाजार में तहरीर दी है।
सामाजिक संगठनों में नाराज़गी, विरोध तेज
आइएएस संतोष वर्मा के बयान के बाद ब्राह्मण संगठन ही नहीं, कई सामान्य और पिछड़े वर्ग के संगठनों में भी रोष उभर आया है। कई क्षेत्रों में मुंह काला करने और प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है। राज्य सरकार से कार्रवाई की मांग तेज होती जा रही है। शाहजहांपुर में भी आक्रोश की चिंगारी फूट पडी है।
शाहजहांपुर में जनराज्य फ्रंट इंडिया उतरा सड़क पर
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/26/protest-demonstration-2025-11-26-15-29-35.jpeg)
शाहजहांपुर में जनराज्य फ्रंट इंडिया की जिला व महानगर इकाईयों ने मंगलवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन
किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय मीरा पांडे अंशु के नेतृत्व में कार्यकर्ता खिरनी बाग रामलीला मैदान से कलक्ट्रेट
तक पैदल मार्च करते हुए पहुंचे। वहां राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह को सौंपा
ज्ञापन में महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी का आरोप लगाते हुए कहा गया कि IAS संतोष वर्मा का बयान न सिर्फ ब्राह्मण समाज की बेटियों का अपमान है, बल्कि संपूर्ण भारतीय समाज की महिलाओं और बेटियों का भी अवमानना करता है। यह बयान सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने वाला और राष्ट्र की एकता को ठेस पहुंचाने वाला है।
कानूनी कार्रवाई और निलंबन की मांग
जनराज्य फ्रंट इंडिया ने ज्ञापन में मध्यप्रदेश के उप सचिव आइएएस संतोष वर्मा पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के अभियोग पंजीकृत कर, तत्काल निलंबित करने की मांग की गई। संगठन ने इसे घृणित मानसिकता की की सोच करार देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्रदर्शन में युवा और महिलाएं भी रहीं शामिल
पैदल मार्च व ज्ञापन देने वालों में जिला महासचिव जरार खान, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संजय सक्सेना, दीपांशु वर्मा, अजीत यादव, रेहान खान, बबलू शुक्ला, रमेश चंद्र शुक्ला, गुलिस्ता खान, सपना गौतम, पूजा शुक्ला, सुनैना रस्तोगी आदि अधिवक्ता युवा और महिला पदाधिकारी मौजूद रहे।
अतीत में भी विवादों में रह चुके हैं संतोष वर्मा
मध्प्रदेश के आइएएस संतोष वर्मा पहले भी विवादों में रहे हैं। वर्ष 2021 में इंदौर में फर्जी हस्ताक्षर और पद
आवंटन से जुड़े मामले में उनके खिलाफ FIR दर्ज हुई थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया
था। बाद में उन्हें जमानत मिली थी।
यह भी पढें
शाहजहांपुर जलालाबाद में हादसे के बाद हरकत में आया विभाग, कोला पुल से हटवाए पत्थर
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/11/dXXHxMv9gnrpRAb9ouRk.jpg)