राम कथा: राम के चरणों के प्रताप से पतित भी पावन हो जाते हैं
मुमुक्ष आश्रम में रामकथा के छठे दिन व्यास पीठ एवं मंच पर विराजमान संतों का पूजन विधान परिषद सदस्य मुख्य यजमान जयपाल सिंह व्यस्त ने किया। इस दौरान उन्होंने कथावयस ने श्रीराम कथा का नाम परम कल्याणकारी है उनके चरणों के प्रताप से अहिल्या का उद्धार हो गया।
मुमुक्ष आश्रम में आयोजित राम कथा में श्रद्धा का सैलाब उमड़ रहा है। छठे दिन व्यास पीठ एवं मंच पर विराजमान संतों का पूजन विधान परिषद सदस्य मुख्य यजमान जयपाल सिंह व्यस्त ने किया। इस दौरान अहिल्या के उद्गार का वर्णन करते हुए कथा व्यास ने कहा श्री राम का नाम परम कल्याणकारी है उनके चरणों के प्रताप से जीवन के सारे संकटों का निवारण क्षण मात्र में हो जाता है। अहिल्या इसका साक्षात उदाहरण है।
मोक्षा आश्रम की राम कथा सुनने उमड़ा जनसैलाब Photograph: (ybn network )
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राम विवाह का सजीव वर्णन सुन झूम उठे श्रोता
राम सीता विवाह का सजीव वर्णन सुनकर पंडाल में उपस्थित श्रोता भावविभोर हो उठे। कथा व्यास ने सुनाया विश्वामित्र के साथ जनकपुरी पहुंचे राम के लवण को देखकर नर नारी सब मोहित हो उठे। विवाह के मनोरम दृश्य का वर्णन करते हुए विजय कौशल जी महाराज ने बताया जैसे ही विश्वामित्र जी की आज्ञा पाकर श्री राम ने शिव जी का धनुष तोड़ा चारों ओर जय जयकार हो उठी । देवी देवता पुष्पवर्षा करने लगे। माता सीता और श्री राम ने एक दूसरेक गले में वरमाला डाल दी। और मंगल गान होने लगे। संगीत में भजन पर श्रोता भी मस्त होकर नाचने लगे।
राम कथा आरती के साथ संपन्न हुई। इस दौरान राज्यसभा सांसद मिथिलेश कुमार, विधान परिषद सदस्य जयपाल सिंह ब्रह्मचारी वेदांत प्रकाश, हितेश अग्रवाल डॉक्टर शिवम मिश्रा श्रीमती प्रतिभा पाठक, जगदीश प्रसाद अग्रवाल, नरेश मिश्रा, अवनीश मिश्रा, प्रभा मिश्रा, राममोहन अग्रवाल, डॉ बृजेश यादव, अंशुल सिंह मचकेंद्र सिंह आदिमजूद रहे।
राम कथा में व्यवस्था प्रसाद वितरण आदि कार्यों में डॉ प्रभात शुक्ला कमलेश त्रिवेदी मधुलिका त्रिवेदी, डॉ अनुराग अग्रवाल सुयश सिन्हा, डॉ कविता भटनागर डीआर रूपक श्रीवास्तव डॉ शिशिर शुक्ला आदि लोगों का विशेष योगदान रहा।