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बाल सुरक्षा की नई पहल Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
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बाल सुरक्षा की नई पहल Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क )
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता
बाल यौन शोषण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर अब शाहजहांपुर में भी जागरूकता और सहायता की नई रोशनी जलेगी। समाज की चुप्पी को तोड़ने और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाली सामाजिक संस्था समाधान अभियान एनजीओ ने शाहजहांपुर को अपना सातवां कार्यक्षेत्र बनाया है। गुरुवार को रॉयल पन्ना होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में संस्था की प्रतिनिधि सौम्या द्विवेदी ने बताया कि चुप्पी तोड़; हल्ला बोल नामक परियोजना के माध्यम से संस्था दो स्तरों पर कार्य करती है प्रिवेंशन (निवारण) और इंटरवेंशन (हस्तक्षेप)।
सौम्या द्विवेदी ने बताया कि जागरूकता के लिए संस्था छोटे बच्चों किशोरों और वयस्कों के लिए अलग-अलग मॉड्यूल तैयार करती है। ये मॉड्यूल रिसर्च आधारित होते हैं और उन्हें मनोवैज्ञानिकों व विशेषज्ञों द्वारा जांचने के बाद ही प्रस्तुत किया जाता है। बच्चों को PPT, पोस्टर और संवाद के माध्यम से सेफ टच और अनसेफ टच जैसी जानकारियाँ दी जाती हैं। गुड टच, बैड टच जैसे पुराने शब्दों को इंटरनेशनल गाइडलाइंस के अनुसार सेफ टच और अनसेफ टच से रिप्लेस किया गया है ताकि बच्चों में अपराधबोध ना पैदा हो। रीविजन वर्कशॉप में बच्चे खुद अपनी बात खुलकर रखने लगे हैं।
संस्था के इंटरवेंशन लेवल के तहत बाल मित्र केंद्रों की स्थापना की जाती है जो राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के अनुसार कार्य करते हैं।
यहा पर पीड़ित बच्चों को
साइकोलॉजिकल काउंसलिंग
मेडिकल सहायता
कानूनी जानकारी व वकील की उपलब्धता
न्याय प्रणाली से जुड़ाव
मुआवजे की प्रक्रिया में सहयोग दिया जाता है।
सौम्या ने बताया कि इस कार्य में जिला प्रशासन, डीपीओ, डीएम, एसपी सहित प्रशासनिक अफसरों का पूर्ण सहयोग मिलता है।
शाहजहांपुर के एसपी राजेश द्विवेदी की मंशा है कि जिले के हर थाने में महिला डेस्क की तर्ज पर एक बाल मित्र केंद्र स्थापित हो। संस्था इस दिशा में सक्रिय प्रयास कर रही है। सौम्या द्विवेदी ने बताया कि जिन जिलों में बाल मित्र केंद्र कार्य कर रहे हैं, वहां पॉक्सो केसों में कमी आई है और बच्चों में सजगता और आत्मविश्वास भी बढ़ा है। उत्तर प्रदेश के छह जिलों में पहले से कार्यरत इस संस्था ने अब शाहजहांपुर को सातवें जिले के रूप में जोड़ा है। भविष्य में यह प्रयास और जिलों तक पहुंचाया जाएगा।
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