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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता
कहीं किसी मां की ममता ने दम तोड़ा कहीं समाज की संवेदनाएं झुक गईं। शहर के मध्य में निर्माणाधीन नगर निगम कार्यालय के पास झाड़ियों में मिली एक नवजात बालिका की सूनी किलकारी ने हर उस दिल को झकझोर दिया। जिसमें थोड़ी भी इंसानियत बाकी है। कोई सहारा नहीं कोई कपड़ा नहीं धूप और धूल से सना नन्हा सा जिस्म ऐसी हालत में जब स्थानीय लोगों ने झाड़ियों से एक मासूम की रोने की आवाज सुनी तो पल भर को सब कुछ थम-सा गया। पुलिस को सूचना दी गई जिसने तत्काल चाइल्डलाइन 1098 को बुलाया।
चाइल्डलाइन टीम मौके पर पहुंची और अपनी बाहों में समेटकर उस मासूम को मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंची। डॉक्टरों की टीम ने तत्परता से इलाज शुरू किया। इस पूरे घटनाक्रम की सूचना चाइल्डलाइन ने बाल कल्याण समिति को दी। समिति के अध्यक्ष अमितेश द्विवेदी, सदस्य अरविंद कुमार मिश्रा व मुनीश कुमार सिंह परिहार स्वयं जिला चिकित्सालय पहुंचे और डॉक्टरों से मुलाकात कर शिशु की स्थिति की जानकारी ली। ये केवल एक बच्ची नहीं इंसानियत की परख है यह शब्द थे समिति अध्यक्ष के जब उन्होंने बच्ची को निहारते हुए चिकित्सकों को निर्देश दिए कि बचपन की इस किरण को अंधेरे में न डूबने दें। विशेष नवजात शिशु देखरेख इकाई के इंचार्ज डॉ.अखिलेश कुमार एवं मेडिकल ऑफिसर डॉ. सुरभि ने बताया कि बच्ची की हालत अब स्थिर है लेकिन उसे लगातार निगरानी में रखा गया है। चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक विनय कुमार शर्मा सुपरवाइजर ज्ञान स्वरूप व डाटा एंट्री ऑपरेटर अभिनव कुमार भी इस अभियान में कदम से कदम मिलाकर साथ रहे।
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