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स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ाता नगर की घनी बस्ती में तिलहर पालिका का डंपिंग ग्राउंड Photograph: (ybn network )
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
जिम्मेदारों की मनमानी से जनपद की सबसे बड़ी नगर पालिका परिषद तिलहर में स्वच्छ भारत अभियान दम तोड़ता हुआ प्रतीत हो रहा है। नगर की घनी आबादी के बीच पूरे नगर का सड़ा गला बदबूदार कचरा इकट्ठा होने से नागरिकों का जीना दूभर है। सभासदों, गणमान्य नागरिकों और भुक्त भोगियों के कड़े प्रतिरोध के बावजूद प्रशासन सुनने को तैयार नहीं है।
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घनी आबादी के बीच अघोषित डंपिंग ग्राउंड बना मुसीबत
नगर की घनी आबादी के बीच अधिशासी अधिकारी आवास के बिल्कुल सामने अघोषित डंपिंग ग्राउंड में पूरे नगर का सड़ा गला कचरा, मरे हुए जानवर, और अवशिष्ट पदार्थ लाकर डाला जाता है जिसकी सड़ाध से आसपास रहने वाले लोगों का जीवन संकट में है। संक्रामक रोग फैल रहे हैं बेजुबान जानवर कचरा खाकर मर रहे हैं। किंतु शिकायतों के बावजूद प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
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स्वच्छ भारत अभियान की उड़ रही धज्जियां
क्षेत्रीय सभासद संदीप रस्तोगी का कहना है अनेक बार इस संबंध में लिखित व मौखिक रूप से अधिशासी अधिकारी व सफाई निरीक्षक को शिकायत की जा चुकी है किंतु कोई हल नहीं निकल सका है । हाईवे किनारे शेरगढ़ में डंपिंग ग्राउंड होने तथा ग्राम भुड़ेली मे आबादी से बाहर निशुल्क खाली स्थान उपलब्ध कराने के बावजूद सफाई कर्मचारी घनी आबादी के बीच कचरा डाल रहे हैं जोकि नागरिकों के लिए मुसीबत बन गया है। सड़ा गला कचरा मरे हुए जानवर और प्लास्टिक मल मूत्र डायपर आदि डंपिंग होने से तीव्र दुर्गंध फैल रही है। साथ ही बीमारियां फैल रही हैं।
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क्या है स्वच्छ भारत मिशन ?
स्वच्छ भारत मिशन का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया जिसका उद्देश्य प्रत्येक घर को शौचालय पहुंच ,अपशिष्ट प्रबंधन तथा स्वच्छता स्थापित करना था।
मिशन का उद्देश्य खुले मैं शौच की कुप्रथा को समाप्त करना, नगरीय ठोस अपशिष्ट का आधुनिक और वैज्ञानिक प्रबंध करना शहरी स्थानीय निकायों के लिए क्षमता संवर्धन आदि है। घटकों मैं अस्वच्छ शौचालयों को जल प्रवाहित शौचालय में बदलने घरेलू शौचालय, सामुदायिक शौचालय ,सार्वजनिक शौचालय, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन आईईसी एवं जन जागरूकता क्षमता निर्माण तथा प्रशासनिक और कार्यालय आदि था।
योजना का उद्देश्य नागरिको के लिए स्वच्छ प्रदूषण मुक्त, सुव्यवस्थित स्तरीय जीवनोपयोगी आवासीय व्यवस्था उपलब्ध कराना और नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र को विकसित करना है।
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पिंक टॉयलेट मे तालाबंदी, जिम्मेदार खामोश
नगर के पश्चिमी कोने पर बनाया गये कम्युनिटी हॉल के निकट लगभग 4 वर्ष से तैयार आधी आबादी की सेवा को तत्पर खड़ा पिंक टॉयलेट ताला खुलने के इंतजार में है। कम्युनिटी हॉल में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने वाली तथा अन्य क्षेत्रीय महिलाएं सारी व्यवस्थाएं होने के बावजूद इसका उपयोग नहीं कर पा रही हैं। लाखों की लागत से बना पिंक टॉयलेट प्रशासन की लापरवाही से सफेद हाथी बनकर रह गया है।
इनकी भी सुनें
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-शेरगढ़ में डंपिंग ग्राउंड तथा भुडे़ली में निशुल्क निजी स्थान उपलब्ध होने के बावजूद के सफाई कर्मी घनी आबादी के बीच कचरा और अपशिष्ट पदार्थ डाल रहे हैं 2 दिन से जानवर मरा पड़ा है बदबू फैल रही है। अधिशासी अधिकारी का फोन रिसीव नहीं हो रहा है। कर्मचारी ईओ का आदेश नहीं मानते हैं। और जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
-संदीप रस्तोगी, सभासद वार्ड नंबर 19 तिलहर
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गंदगी का नगर में बहुत बुरा हाल है।इतना बुरा हाल पहले कभी नहीं रहा। जगह-जगह कूड़े के ढेर,बजबजाती नालियां तिलहर नगर पालिका की पहचान बन गई हैं। सफाईकर्मी सिर्फ खाना पूरी करते हैं। जब चाहे गोता मार जाते हैं। अध्यक्ष को इस तरफ ध्यान देना चाहिए वरना जनता कभी भी माफ नहीं करेगी।
-सुखदा देवी , गृहिणी उम्मरपुर
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-घनी आबादी के बीच कूड़ा कचरा डालने और सड़े गले कचरे को इकट्ठा करने से नागरिकों को जीना मुश्किल हो गया है मगर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या जनप्रतिनिधि समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, इससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है।
-धीरेंद्र प्रताप सिंह , कोटेदार मोहल्ला उम्मरपुर
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-ना तो म्युनिसिपालिटी ठीक-ठाक सफाई करवा रही है ना मच्छरों के लिए दवा का छिड़काव। जो भी सफाई वाले आते हैं खाना पूरी करके तड़के ही भाग जाते हैं। कुछ नहीं तो सफाई करने के लिए किराए पर लड़के रख लिए हैं। ऐसे में क्या उम्मीद की जा सकती है।
-बीना रस्तोगी ,गृहिणी उम्मरपुर
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-सफाई करना तो दूर उल्टे पूरे कस्बे का कचरा, कूड़ा, सड़े गले फल, सब्जी और मरे हुए जानवर और लाकर उम्मरपुर में डाल दिए जाते हैं इससे बदबू और बीमारी ही फैलेगी। जब शिकायत करो तो सफाई इंस्पेक्टर राजीव कुमार का स्विच ऑफ मिलता है। सफाई बालों से भिड़ो तो और आफत तुरंत मुकदमा दर्ज हो जाता है। इसलिए बदइंतजामी के खिलाफ आवाज कौन उठाएं?
-अतुल कुमार, सर्राफा व्यवसायी उम्मरपुर