गाजियाबाद, वाईबीएन नेटवर्क।
उत्तर प्रदेश के लोनी से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने एक बार फिर गाजियाबाद पुलिस को कटघरे में खड़ा किया है। गुर्जर ने पुलिस पर भ्रष्टाचार और गौकशी बढ़ाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को भी नहीं बख्शा है। बीजेपी विधायक ने कहा है कि गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अपने घर से नहीं निकलते हैं और चीफ सेक्रेटरी भ्रष्ट अधिकारियों को बचाते हैं। गुर्जर ने कहा है कि वे अधिकारियों के भ्रष्टाचार के सबूत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देंगे।
विधायक ने सवाल किया कि यदि पुलिस अधिकारी रिश्वतखोरी नहीं कर रहे तो गोकशी और छेड़छाड़ की घटनाएं कैसे हो रही हैं। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के दौरान पुलिस अधिकारियों ने गाजियाबाद में बीजेपी प्रत्याशी को हराने की साजिश की। गुर्जर ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ एंटी-दलित होने का नैरेटिव तैयार किया गया जिसके चलते यूपी में पार्टी की सीटें कम हो गईं।
मुख्यमंत्री की भी नहीं सुनते अधिकारी
गुर्जर ने दावा किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार अधिकारियों को भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की नसीहत दे चुके हैं, लेकिन इसका असर नहीं पड़ा। अधिकारी मुख्यमंत्री की भी नहीं सुन रहे। उन्होंने बीजेपी के प्रदेश और राष्ट्रीय अध्यक्ष से अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील भी की।
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पुलिस पर लगातार हमलावर हैं विधायक
पिछले कुछ समय से विधायक नंदकिशोर गुर्जर पुलिस के खिलाफ लगातार हमलावर हैं। अक्टूबर 2024 में ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 200 टन गोमांस जब्त किया था, जिसकी कीमत करीब 30 करोड़ आंकी गई। यह गोमांस SPJ कोल्ड स्टोरेज से बरामद हुआ, जिसे तस्करी कर बंगाल से लाया गया था। पुलिस ने गोमांस को नष्ट कर कोल्ड स्टोरेज को सील कर दिया था। पुलिस ने इस मामले में कोल्ड स्टोरेज के मालिक पूरन जोशी, मैनेजिंग डायरेक्टर खुर्शीद, मैनेजर अक्षय और ड्राइवर शिव शंकर को गिरफ्तार किया था। शुरुआती जांच में पता चला कि यह गोमांस तस्करी कर कोल्ड स्टोरेज में छिपाया गया था और इसे अन्य स्थानों पर भेजने की योजना थी। इस घटना के बाद लोनी विधायक ने मौके पर पहुंचकर उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की थी।
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कुछ दिन पहले भी विधायक नंदकिशोर लोनी बॉर्डर थाने पहुंचे थे। बीजेपी की महिला नेता के साथ छेड़छाड़ मामले में उन्होंने अल्टीमेटम दिया था कि यदि पुलिस ने आरोपी को शाम तक गिरफ्तार नहीं किया तो वे खुद कार्रवाई करेंगे। इसके बाद विधायक नंदकिशोर गुर्जर जिला मुख्यालय पहुंचे और सिटी मजिस्ट्रेट से मुलाकात की और छेड़छाड़ मामले में पुलिस द्वारा किसी भी आरोपी को गिरफ्तार न करने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा था।
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