नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए प्रचार अभियान जोरों पर है। उत्तर-पश्चिम दिल्ली की बादली विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है। यह सीट हमेशा से सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (INC) के बीच कड़े मुकाबले का गवाह रही है।
अगर वोटर्स के आंकड़ो की बात करें तो बादली में कुल 2,37,947 है। वैसे तो ये क्षेत्र एक यादव बाहुल्य है। ऐसे में तीनों पार्टियों के उम्मीदवारों में एक त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। तीनों ही पार्टियों ने अपने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। वर्तमान में यहां से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अजेश यादव विधायक है, और तीसरी बार विधायाक बनने के लिए जी-जान से लगे हुए हैं।
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बादली से कौन-कौन मैदान में?
आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर से मौजूदा विधायक अजेश यादव पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है। 2020 के चुनावों में उन्होंने बीजेपी के विजय कुमार भगत को 28,928 वोटों के अंतर से मात दी थी। अजेश यादव 2015 से बादली के विधायक हैं और इस चुनाव में अपनी सत्ता बरकरार रखने की कोशिश करेंगे।
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कांग्रेस (INC) ने प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव को मैदान में उतारा है। देवेंद्र यादव वर्ष 2008 और 2013 में बादली से विधायक रह चुके हैं और अब अपनी पुरानी सीट को वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्य चुनावी चुनावी मुद्दे
बादली क्षेत्र के मतदाता सड़क, सीवेज, बिजली, जल आपूर्ति, सार्वजनिक परिवहन और रोजगार जैसे बुनियादी मुद्दों पर अपना निर्णय लेंगे। पिछले वर्षों में यहां के विकास कार्यों और सरकार की योजनाओं को लेकर मतदाताओं की अलग-अलग राय रही है।
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चुनाव प्रचार अब गति पकड़ चुका है, और प्रत्याशी डोर-टू-डोर कैंपेन, जनसभाओं और रैलियों के जरिए मतदाताओं तक अपनी पहुंच बना रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार बादली में AAP और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हो सकता है, जबकि बीजेपी और अन्य दल भी अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करेंगे।
बादली के मतदाता 2025 के चुनावों में किसे चुनते हैं, यह 8 फरवरी को मतदान के बाद स्पष्ट होगा।
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