/young-bharat-news/media/media_files/2025/05/13/kQI36MdulxuVuTfpCdT6.jpg)
Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है कि ट्रंप के इशारे पर भारत ने संघर्ष विराम क्यों किया? हालांकि, भाजपा सरकार इन आरोपों को नकार रही है और कह रही है कि भारत-पाकिस्तान के DGMO के बीच सहमति बनने के बाद संघर्ष विराम लागू किया गया था। अब ट्रंप सरकार ने अदालत में दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप के बाद ही हुआ।
ट्रंप ने किया संघर्ष विराम का ऐलान
आपको बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच 4 दिन चले कड़े संघर्ष के बाद 10 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था कि दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम के लिए सहमति बन गई है। इसके बाद से ट्रंप कई बार दावा कर चुके हैं कि उनके हस्तक्षेप से ही भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बनी थी। अब ट्रंप सरकार की तरफ से न्यूयॉर्क की अदालत में ऐसा ही दावा किया गया है।
क्या है मामला?
अमेरिका की संघीय अदालत 'यूएस कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड' ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के फैसले की आलोचना की। अदालत ने कहा कि ट्रंप ने यह फैसला लेने में अपनी विशेष शक्तियों का गलत इस्तेमाल किया। आरोप है कि ट्रंप ने इंटरनेशनल इमरजेंसी इकॉनोमिक पावर्स एक्ट (IEEPA) के तहत मिली शक्तियों का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हुए कई देशों पर टैरिफ लगाया था। जिसके जवाब में ट्रंप सरकार की ओर से कहा गया है कि ट्रंप ने अमेरिका के साथ व्यापार का प्रस्ताव देकर तनाव कम करने में मदद की।
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम
सरकार का बचाव करते हुए अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक ने अदालत में ट्रंप का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह फैसला देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखकर लिया था। लुटनिक ने कहा कि राष्ट्रपति की कूटनीतिक ताकत बनाए रखने के लिए टैरिफ लगाना जरूरी था। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि भारत और पाकिस्तान, जो दोनों परमाणु हथियार संपन्न देश हैं, के बीच 13 दिन पहले तनाव था। लेकिन 10 मई 2025 को संघर्ष विराम हुआ। लुटनिक ने दावा किया कि यह संघर्ष विराम ट्रंप के हस्तक्षेप से ही मुमकिन हुआ। उन्होंने दोनों देशों को अमेरिका के साथ व्यापार का प्रस्ताव देकर तनाव कम करने में मदद की। हालांकि भारत सरकार के सूत्रों ने ट्रंप के दावे को खारिज किया है।
जयराम रमेश ने बोला हमला
आपको बता दें कि विपक्ष संघर्ष विराम के मुद्दे पर लगातार सरकार को घेर रहा है। गुरुवार को कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सवाल उठाते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने 11 दिनों में 8 बार 3 देशों, अमेरिका, सऊदी अरब और कतर में कहा है कि ये युद्ध विराम मेरी वजह से हुआ है और मैंने टैरिफ का इस्तेमाल किया है और दोनों देशों से कहा है कि अगर आप युद्ध विराम करवाते हैं तो अंतरराष्ट्रीय व्यापार बढ़ेगा। हमारे प्रधानमंत्री टैरिफ के बारे में सुनना नहीं चाहते हैं, हमारे प्रधानमंत्री सिर्फ तारीफ सुनना चाहते हैं। इसलिए, इस पर प्रधानमंत्री चुप हैं. प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा है। हमारे विदेश मंत्री इस पर चुप हैं, हमारे प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप हैं।
donald trump | india pakistan ceasefire | india pakistan ceasefire agreement | Congress