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डीसीपी अपराध कमलेश दीक्षित।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। सुब्रत राय बनने का सपना देखने वाले एक व्यक्ति ने पुलिसकर्मियों, रिटायर्ड अधिकारियों और आम जनता से करोड़ों रुपये की ठगी कर ली। मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। आरोपी का नाम विश्वजीत श्रीवास्तव है, जिसने गोरखपुर में एक कंपनी खड़ी कर अपने नेटवर्क को यूपी सहित कई राज्यों तक फैला दिया। जमीन, सोना और मोटे मुनाफे का लालच देकर आरोपी ने लोगों से बड़ी-बड़ी रकम निवेश कराई और अब करोड़ों लेकर फरार हो गया।
मोटा मुनाफा की लालच में फंसते गए लोग
गोरखपुर निवासी विश्वजीत श्रीवास्तव ने कुछ पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर लोगों को विश्वास दिलाया कि उसकी कंपनी सुरक्षित और लाभकारी निवेश कर रही है। कंपनी का डायरेक्टर उसकी पत्नी, साला और कुछ अन्य करीबी लोग बनाए गए। इनके जरिए सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी, वर्तमान में कार्यरत पुलिस अधिकारी, उनके परिजन और आम लोग जाल में फंसते चले गए। बताया जा रहा है कि निवेशकों को यह भरोसा दिलाया गया कि उनका पैसा जमीन में लगाया जाएगा, गोल्ड में निवेश होगा और दूसरी सुरक्षित योजनाओं में डाला जाएगा, जिससे उन्हें मोटा मुनाफा मिलेगा।
यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भी फैला रखा है ठगी का सम्राज्य
कंपनी संचालक और उसके साथियों ने निवेशकों को इस तरह सपने दिखाए मानो वे रातों-रात करोड़पति बन जाएंगे। लेकिन धीरे-धीरे हकीकत सामने आने लगी। लाखों-करोड़ों रुपये लेने के बाद न तो जमीन दी गई, न ही गोल्ड और न ही वादा किया गया मुनाफा। धीरे-धीरे ठगी का शिकार हुए लोग कंपनी के खिलाफ आवाज उठाने लगे। खास बात यह है कि नेटवर्क सिर्फ गोरखपुर तक सीमित नहीं रहा। यूपी के अलावा कई अन्य राज्यों में भी आरोपी ने ठगी का जाल फैला रखा था।
पुलिस विभाग तक अब लगातार पहुंची रही शिकायतें
जैसे-जैसे ठगी की कहानियां खुलने लगीं, वैसे-वैसे पुलिस विभाग तक शिकायतें पहुंचने लगीं। सेवानिवृत्त और वर्तमान पुलिसकर्मियों ने खुलकर आवाज उठाई। इस मामले पर डीसीपी अपराध कमलेश दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि, विश्वजीत श्रीवास्तव नामक व्यक्ति ने कंपनी बनाई थी। इसके डायरेक्टर उसकी पत्नी, साला और कुछ अन्य लोग है। इन्होंने बड़े पैमाने पर लोगों से इन्वेस्ट कराया। जमीन, गोल्ड और अन्य योजनाओं में निवेश का लालच देकर करोड़ों रुपये जमा कराए गए। फिलहाल दो लोगों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है और अन्य शिकायतें भी लगातार प्राप्त हो रही हैं।
गोरखपुर निवासी विश्वजीत श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों, रिटायर्ड अधिकारियों और आम लोगों से जमीन, सोना व मोटा मुनाफा देने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी की, इसके बारे में जानकारी देते डीसीपी अपराध लखनऊ, कमलेश दीक्षित। pic.twitter.com/923lFIuxMW
— shishir patel (@shishir16958231) September 12, 2025
शिकायत मिलने के बाद पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटी पुलिस
पुलिस अब इस ठग और उसके पूरे नेटवर्क पर शिकंजा कसने में जुट गई है। डीसीपी अपराध कमलेश दीक्षित का कहना है कि गिरोह के बारे में गहन जांच की जा रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
काले खेल का खुलासा होते ही निवेशक परेशान
कंपनी के काले खेल का खुलासा होते ही निवेशकों में भारी आक्रोश है। कई लोग अपनी जिंदगी भर की कमाई गंवा चुके हैं। खासकर पुलिसकर्मी और उनके परिवार इस ठगी से गहरे सदमे में हैं। लोगों का कहना है कि उन्होंने आरोपी पर भरोसा इसलिए किया क्योंकि उसके साथ इस खेल में कई पुलिसकर्मी भी शामिल रहे।
पुलिस का सुझाव - निवेश करने से पहले पूरी तरह से जांच-पड़ताल जरूरी
यह घटना एक बड़ी सीख भी है कि लालच और अधिक मुनाफे के चक्कर में लोग कैसे अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं। निवेश करने से पहले पूरी तरह से जांच-पड़ताल जरूरी है। गोरखपुर से निकली यह ठगी की कहानी अब पूरे प्रदेश और देश के लिए चेतावनी बन चुकी है। कुल मिलाकर विश्वजीत श्रीवास्तव का यह कारनामा न सिर्फ गोरखपुर बल्कि पूरे यूपी और अन्य राज्यों में हजारों लोगों को गहरी चोट दे गया है। अब पुलिस की जांच शुरू होने से ठगी के शिकार लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा होगा और उनकी खोई पूंजी मिल जाएगी। यही सोचकर अब लगाकर एक ठगी के शिकार अपनी शिकायत लेकर डीसीपी अपराध के पास पहुंच रहे है।
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