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साढ़ू और साली गिरफ्तार ।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। कपड़ा कारोबारी शोभित रस्तोगी के सुसाइस प्रकरण में पुलिस ने साढ़ू और साली को गिरफ्तार बुधवार को जेल भेज दिया। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि साढ़ू और साली ने शोभित के लाखों रुपये डकारने के साथ -साथ ससुराल की संपत्ति भी धीरे धीरे अपने नाम करवा ले रहे थे। शोभित ने जब कर्ज का बोझ बढ़ने के बाद अपने दिये पैसों की डिमांड की तो साढ़ू और साली ने सहयोग करने के बजाय ऊपर से बेइज्जत किया। इतना ही नहीं कहां कि मरना हो तो मर जाओ , इससे शोभित और उसकी पत्नी शुचिता पूरी तरह से टूट गए और फिर खुदकुशी करने को मजबूर हो गए। अंत में जब सब दरवाजे बंद हो गए तो शोभित ने पत्नी और बेटी के साथ जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। साढ़ू और साली के जेल जानेे और कपड़ा कारोबारी के अंतिम संस्कार के बाद पूरे परिवार की कहानी भले ही खत्म हो गई हो लेकिन कई ऐसे सवाल है जिसका जवाब न तो सिस्टम के पास है और न ही परिवार में जो सदस्य बचे है उनके पास।
कारोबारी शोभित के माेबाइल से पुलिस के हाथ लगा एक वीडियो
बता दें कि जांच पड़ताल के दौरान शोभित के मोबाइल से पुलिस को एक वीडियो हाथ लगा है। जिसमें बताया गया कि शोभित ने साढ़ू के कहने पर जमीन के कारोबार में पैसा लगाया था। जिसमें उनका काफी नुकसान हुआ था। शोभित को उम्मीद थी कि ससुराल से जो संपत्ति बिकने वाली है उससे पैसा मिल जाएगा ताे उससे वह अपना पूरा कर्ज अदा कर देगा। चूंकि शोभित के ससुराल में काफी संपत्ति है और साला नहीं है। जिसकी वजह से आधाी संपत्ति शोभित को और आधी साढ़ू विवेक को मिलने वाली थी। लेकिन शोभित के साथ खेला हो गया। साढ़ू विवेक ने धीरे धीरे करके ससुराल की संपत्ति को अपने नाम करा लिया। इसकी जानकारी शोभित को लगी तो उसे पैर जमीन से खिसक गए। चूंकि उसके पास ससुराल की संपत्ति ही एक मात्र विकल्प था जो छिन जाने के बाद पूरी तरह से टूट गया और बैंक एजेंटों व शूदखोरों के तकादे को सोचकर परिवार सहित खुदकुशी कर लिया।
सास ने भी अंत समय में छोड़ दिया साथ
शोभित की सास लखनऊ में रहना चाहती थी और संपत्ति में हिस्सा देने के लिए तैयार भी थी लेकिन जब शोभित को जरूरत पड़ी तो उन्होंने भी साथ नहीं दिया। जबकि शोभित की पत्नी शुचिता ने भी अपनी मां से घर की माली हालत बताकर मदद मांगी थी लेकिन नहीं मिली। इस बात को उल्लेख सुसाइड नोट में भी है। शोभित की मदद न करने के पीछे सबसे बड़ी दीवार बने साढ़ू विवेक और साली मुदिता। ये दोनों शोभित की सास को न तो लखनऊ जाने देते और न ही बात करने देते थे। चूंकि उनकी नियत रही पूरी संपत्ति पर कब्जा करने के लिए। जिसमें दोनों कामयाब हो गए। वहीं इस पूरे मामले में शोभित के परिजनों का कहना है कि शोभित ने अपने साली व साढ़ू को जो लाखों रुपये दिये थे उसे मांगने के लिए कई बार अपनी ससुराल गया लेकिन विवेक मिलता ही नहीं था। एक बार मिला भी तो बेइज्जत करके भगा दिया। चौका इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय ने बताया कि मृतक शोभित के भाई की तहरीर के आधार पर साली व साढ़ू पर मुकदमा दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। बुधवार को दोनों से पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया गया। अभी इसमें पुलिस कई अन्य बिन्दुओं पर भी जांच कर रही है।
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