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बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह और उनके पति संजय सिंह।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।योगी सरकार में महिलाओं को ही न्याय नहीं मिल पा रहा है। मंगलवार को कुछ ऐसा ही मामला प्रकाश में आया। बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह और उनके पति संजय सिंह न्याय की मांग करने महरूआ थाने पहुंचे। जहां पर उनकी सुनवाई न होने पर खूब फूट-फूटकर रो पड़ी। इसका यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। उनका आरोप है कि उनके साथ मारपीट और अभद्रता करने वाले आरोपी के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
आरोपी के खिलाफ थाने में धरने पर पति के साथ बैठी रिंकल सिंह
मंगलवार को इस मामले को लेकर रिंकल सिंह और उनके पति संजय सिंह थाने पहुंचे और थानाध्यक्ष से लेकर हल्का सिपाही पर कार्रवाई न होने से धरने पर बैठ गई। इस दौरान उनका समर्थन करने किछौछा चेयरमैन ओमकार गुप्ता भी थाने पहुंच गए। मामला बढ़ते देख पुलिस ने आरोपी विनय सिंह उर्फ शिंपू सिंह को हिरासत में लेकर शांति भंग का चालान कर दिया। इसके बाद भी रिंकल सिंह धरना समाप्त करने को तैयार नहीं हुई। वह अन्य आरोपियों पर कार्रवाई की मांग करती रहीं। मामला तूल पकड़ता देख संगठन के पदाधिकारियों ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई जिसके बाद महिला थानाध्यक्ष ज्योति वर्मा महिला आरक्षियों के साथ मौके पर पहुंचीं और रिंकल को धरने से उठाकर उनके घर पर छोड़ा। इस दौरान उनकाआरोप है कि वाहन में बैठाने के दौरान उनके साथ महिला पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी भी की। घर पर पहुंचने के बाद रिंकल की तबियत खराब होने पर उन्हें जिला अस्पताल ले जाना पड़ा।
महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष का यह रहा आरोप
महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष के मुताबिक उनके गांव में एक सरकारी तालाब है। इसमें गांव निवासी दीपक सिंह, उसके भाई अवनीश सिंह और राजन सिंह ने मछली पालन कर रखा है। इसी तालाब के रास्ते बारिश का पानी दूसरे तालाब के रास्ते निकल जाता है, जिससे गांव में जलभराव की समस्या नहीं होती है। इसी का उनके द्वारा विरोध किया गया तो आरोपियों द्वारा उनको गालियां दी, इतना ही नहीं घर में घुसकर उन्हें और उनके पति को पीटा और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस को इस मामले की तहरीर दी तो पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी।
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