मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता। नियमित श्रेणी और समाधान योजना के अंतर्गत आने वाले बड़ी संख्या में ऐसे व्यापारी हैं, जो बिक्री प्रतिदिन अच्छी-खासी बिक्री करते हैं और महीने लाखों कमाते हैं। मगर वह विभाग को जाएसटी नहीं देते हैं। इसकी वजह है कि रेस्टोरेंट, होटल और स्वीट्स शॉप के मालिकान ग्राहकों को बिल नहीं देते हैं और ना ही ग्राहक इनसे बिल मांगते हैं। मुरादाबाद में ऐसे प्रतिष्ठानों की संख्या काफी है। इसलिए जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने एक बैठक बुलाकर प्रतिष्ठान स्वामियों को समझा दिया, कि हर प्रतिष्ठान स्वामी बिक्री पर बिल जरूर काटे। इससे रेवेन्यू बढ़ेगा, जो देश के विकास में काम आएगा। अधिकारियों की इस बात को एक बार में समझाने पर सभी प्रतिष्ठान स्वामियों ने मान लिया।
राज्य कर विभाग की ओर से बुलाई गई व्यापारियों की बैठक में अधिकारियों ने लगे हाथ चेतावनी भी दे दी कि अगर बिल नहीं काटा गया तो वह कर चोरी तहत कार्रवाई करेंगे। साथ ही राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा के एडिशनल कमिश्नर आरए सेठ ने करापवंचन करने वाले व्यापरियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने और ईमानदार व समय से टैक्स जमा करने वाले व्यापारियों को विशेष प्रोत्साहन दिए जाने की बात कही। अध्यक्षता राज्य कर के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन आरएस द्विवेदी ने की। बैठक में शहर के कई प्रमुख व्यापारिक प्रतिष्ठानों के संचालक शामिल हुए। विभाग के अधिकारियों में मोहित गुप्ता, शैलेंद्र कुमार उपाध्याय, अरुणेश कुमार यादव आदि रहे।
यह भी पढ़ें: Moradabad: दिन में सट्टा और रात में गुंडई करते थे फरार मुरादाबाद के आईपीएल सट्टेबाज
यह भी पढ़ें: Moradabad: किसानों को पिछले बीस दिन से नहीं मिली बिजली शहर में भी तरसे लोग
यह भी पढ़ें: यूपी के जिला अस्पतालों के मरीजों की एमआरआई जांच अब बाहर से होगी, जाने क्यों