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चिकन की दुकानें बंद कराती नगर पालिका की टीम। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। जिलाधिकारी के आदेश होते ही नगर पालिका की टीम ने शहर की करीब 50 दुकानों को बंद कराया। दुकानों के बंद होने से लोगों में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। वहीं चिकन कारोबारी बोले- एक महीने सावन में बंदी रही अब इस बंदी से हम लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे।
जनपद की तहसील बिलासपुर के गांव में बर्ड फ्लू होने से 15000 मुर्गियों की मौत हो गई। मुर्गियों की मौत होने के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। मुर्गियों की मौत होने पर जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में सभी अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में सर्व समिति निर्णय लिया गया कि 21 दिन तक चिकन के कारोबार पर रोक लगाई जाए। उधर जिलाधिकारी का आदेश मिलने पर मुर्गे की दुकानों पर हड़कप मच गया। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी दुर्गेश्वरी त्रिपाठी ने नगर पालिका के बाहर बनी मुर्गों की दुकानों को बंद कराया। इसके बाद ईओ नेतृत्व में टीम ने शाहबाद गेट, शौकत अली रोड, टैक्स स्टैंड और हाइवे की दुकानों को बंद कराया गया। ईओ ने बताया कि शहर की करीब 50 से ज्यादा दुकानों को बंद कराया हैं।
चिकन कारोबारी परेशान, बोले- हम लोगों के सामने आएगी भुखमरी की स्थिति
चिकन कारोबारी परेशान हैं।उनका कहना है कि हम लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति आएगी। क्योंकि कारोबार सावन में पूरी तरह से बंद रहा। तीन चार दिन ही हुए थे कि बर्ड फ्लू का मामला सामने आ गया। जिलाधिकारी के आदेश पर कारोबार बंद रखना होगा। ऐसी स्थिति में हमारे लिए बहुत कठिन होगा। भुखमरी के कगार पर खड़े हो जाएंगे।
कारोबारियों को बीच का रास्ता निकाले प्रशासन
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चिकन कारोबारी शाहब का कहना है कि हम छोटे दुकानदार हैं। रोज कमाकर खाने वाले हैं। अभी सावन बीता है। एक महीने तक कारोबार बंद रखा था। सरकार के आदेश का हमने पालन किया। अब बर्ड फ्लू का मामला सामने आ गया है तो यह मुसीबत हमें भुखमरी के कगार पर लाकर खड़ा कर देगी। हमारे लिए कोई बीच का रास्ता प्रशासन निकाले ताकि हमारा कारोबार प्रभावित नहीं हो।
बिलासपुर बहुत दूर रामपुर में पाबंदी न करें
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मोहम्मद ताहिर का कहना है कि बिलासपुर बहुत दूर है। बिलासपुर में ही पाबंदी लगनी चाहिए पूरे जिले में नहीं। प्रशासन से हमारी पुरजोर गुजारिश है कि हम कारोबारियों की ओर भी सोचें। सावन में पूरे महीने बंद रखा। अब 21 दिन और बंद करने से परिवार भुखमरी के कगार पर आ जाएंगे। कृपया कोई समाधान निकालें।
कारोबार में पूरी सतर्कता रखते हैं हम लोग
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चिकन कारोबार से जुड़े मोहम्मद उबैर कहते हैं कि हम पूरी सावधानी के साथ कारोबार करते हैं। मुर्गियों के दाने से लेकर उसके रहन सहन तक विशेष ध्यान दिया जाता है। हम लोग वैज्ञानिक विधि से मुर्गी पालन करते हैं। ऐसे में रामपुर को पाबंदी से दूर रखा जाए। क्य़ोंकि परिवार की जीविका का साधन चिकन कारोबार ही है। दूसरे महीने भी बंदी से बहुत नुकसान होगा।
जिले में प्रतिदिन 500 क्विंटल चिकन की खपत
कारोबारियों का कहना है कि जिले में प्रतिदिन करीब 500 क्विंटल चिकन की खपत होती है। अकेले रामपुर शहर में ही सौ से दो सौ क्विंटल चिकन की खपत होगी। बाकी जिले के हिस्से में चिकन खाया जाता है। चिकन में भी दो तरह का कारोबार है। एक अंडे का कारोबार होता है, दूसरा चिकन का। अंडे के कारोबार में मुर्गी की दूसरी प्रजाति का उपयोग होता है, जबकि चिकन के लिए दूसरी प्रजाति का उपयोग होता है।