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Rampur News: टांडा में करीब एक हजार दुकानों पर चलेगा बुलडोजर, बीच सड़क से नौ से 14 मीटर तक लगे हैं निशान, मचा है कोहराम

रामपुर जनपद के बड़े व्यापारिक नगर टांडा में इन दिनों कोहराम मचा है। दुकानदार परेशान हैं। लोक निर्माण विभाग ने बीच सड़क से नौ से 14 मीटर तक नापजोख करके निशान लगाए हैं। दुकानों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है। करीब एक हजार दुकानदार प्रभावित हो सकते हैं।

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Akhilesh Sharma
रामपुर

टांडा में अतिक्रमण की जद में आने वाली दुकानों की फीता डालकर नापजोख करते प्रशासन की टीम। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

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रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद के व्यापारिक नगर टांडा में इनदिनों व्यापारी बेहद परेशान हैं। करीब एक हजार दुकानदारों पर बुलडोजर चलने का खतरा मंडरा रहा है। लाल निशान लग रहे हैं। बीच सड़क से नौ से लेकर 14 मीटर तक जमीन सड़क बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने नाप ली है। ऐसे में किसी का घर तो किसी की पूरी की पूरी दुकान ध्वस्त होने के कगार पर है। लेकिन कहीं से कोई राहत मिलने की उम्मीद दुकानदारों को नजर नहीं आ रही है। 

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टांडा नगर प्रदेश का बड़ा राइस उद्योग वाला स्थान है। अधिकतर यहां राइस मिलों का उद्योग है। यहां से तैयार चावल कई देशों तक जाता है। इसके अलावा मुख्य मार्ग मुरादाबाद-बाजपुर पर ही अधिकतर कारोबार होता है। नगर से सटे बादली गांव से लेकर मंडी समिति तक बाजपुर की ओर करीब एक हजार दुकानें हैं। शायद ही कोई दुकान टूटने से बचेगी। पश्चिम साइ़ड की दुकानों के अधिक टूटने का अनुमान है। क्योंकि बीच सड़क से नौ से 14 मीटर तक निशान लगाए गए हैं। जिससे दुकानदारों में घबराहट है। किसी किसी का तो पूरा कारोबार चौपट होने के कगार पर है। हालांकि अभी लोक निर्माण विभाग ने नोटिस जारी नहीं किए हैं। लेकिन खलबली मची हुई है। राजनीतिज्ञों से लेकर कोर्ट तक जाने के लिए दुकानदार तैयार हैं। लेकिन कहीं से कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। 

रामपुर
बीच सड़क से दुकानों की नापजोख करते प्रशासन की टीम। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

समान रूप से हो नापजोख के बाद रेड मार्किंग

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टांडा के दुकानदार मोहम्मद कफील ने मुख्यमंत्री से लेकर जिलाधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा है। जिसमें कहा है कि मार्किंग सभी की एक जैसे नियम से होनी चाहिए। कहा है कि टांडा में हो रही रेड मार्किंग पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग की टीम ने मुख्य सदर बाजार, बाजपुर मार्ग के किनारें अतिक्रमण को चिन्हीकरण किया गया है। सीमांकन प्रक्रिया सही नहीं है। जिसमें अनिमित्ता बरतते हुए रेड मार्किंग की गई है जोकि अनुचित है। इस तरह के चिन्हीकरण, रेड मार्किंग के निशान को देखकर दुकानदारों, मकान स्वामियों में भारी असंतोष है। पीडब्ल्यूडी के एई उदय पाल सिंह के नेतृत्व में हल्का लेखपाल इमरान ने नक्शे के हिसाब से पैमाइश की। इसके बाद सड़क किनारें पीडब्ल्यूडी की जमीन पर हो रहें अतिक्रमण का मुख्य सदर बाजार में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में रेड मार्किंग कराई गई। इस रेड मार्किंग से जहां एक तरफ बीच सडक से 9 मीटर वहीं कुछ जगहों पर दस मीटर और कही ग्यारह बारह तेरह मीटर और सबसे अधिक चौदह मीटर पर निशान लगाया गया है। जो निश्चित रूप से गलत सीमांकन को दर्शाता है। अनुरोध है कि मानकों में समानता के अधिकार के तहत समान रूप से रेड मार्किंग कराई जाए और सही मानक प्रणाली अपनायी जाए। 

रामपुर
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता का पत्र और एसडीएम द्वारा बनाई गई टीम में शामिल अधिकारी व कर्मचारी। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

केंद्नीय मंत्री अनुप्रिया पटेल तक पहुंचा मामला

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अधिवक्ता वकील अहमद एडवोकेट अपना दल एस के नेता भी हैं। उन्होंने इस मामले को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल तक पहुंचाया है। उन्होंने दुकानदारों की तरफ से अनुरोध किया है कि किसी पर तरह ऐसा रास्ता निकाला जाए जिससे दुकानदारों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा नहीं हो। टांडा अच्छा खासा खुशी जीवन जीने वालों का नगर है, लेकिन दुकानें टूटने के भया से लोग परेशान हैं। अगर रेड मार्किंग के मुताबिक दुकानें टूटीं तो लोग सड़क पर आ जाएंगे। भारी नुकसान होगा और बेरोजगारी बढ़कर नगर की खुशियां छीन लेगी। वकील अहमद एडवोकेट ने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार को लखनऊ में भी अधिकारियों से वार्ता की गई है। अगर कोई राहत नहीं मिलेगी तो हाईकोर्ट की शरण में जाएंगे। किसी भी हालत में व्यापारियों का नुकसान नहीं होने देंगे। 

विधायक अपना दल एस के, लेकिन दुकानदारों को राहत नहीं दिला पा रहे

टांडा स्वार के विधायक भाजपा के सहयोगी दल अपना दल एस के ही हैं। लेकिन टांडा के दुकानदारों को अतिक्रमण में दुकानें टूटने से बचाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। कुछ दुकानदारों का कहना है कि अगर प्रशासन के मुताबिक अतिक्रमण हटा तो पूरा कस्बा ही तबाही भरा नजर आएगा। अधिकांश घरों में चूल्हें भी नहीं जलेंगे। 

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कुछ माह पहले भी रामपुर रोड पर तोड़ी जा चुकीं दुकानें

रामपुर रोड पर भी दुकानें तोड़ी जा चुकी हैं। तब भी बहुत कोशिश की गई थी, लेकिन दुकानें टूटने से नहीं रोकी जा सकी थीं। इस बार सबसे बड़ा नुकसान मुख्य बाजार को है। लोनिवि के हिसाब से दुकानें टूटीं तो पूरा बाजार तबाह नजर आएगा। 

विरोध करने का किसी में साहस नहीं

सड़क के मुख्य मार्ग पर दुकानों के टूटने की तैयारी है। लेकिन किसी में विरोध करने का साहस नहीं बचा है। क्योंकि प्रदेश में कुछ स्थानों पर विरोध करने वालों पर प्रदेश सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। रिपोर्ट दर्ज कराने और घरों पर भी तोड़फोड़ की कार्रवाई होने से लोग डरे हुए हैं। अधिकांश दुकानें मुस्लिम समुदाय की होने से भी इस समुदाय के लोग डरे और सहमे हुए हैं। 

लाल निशान लगने के बाद जारी किए जाएंगे नोटिस

लाल निशान लगाने की कार्रवाई अभी चल रही है। जो टीम बनाई गई है, उसमें लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, लोनिवि के जेई और तहसील और नगर पालिका के अधिकारी शामिल हैं। इसी टीम के नेतृत्व में निशान लगाने की कार्रवाई की जा रही है। (देखें टीम में शामिल अधिकारी व कर्मचारियों के नाम की सूची)

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