/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/04/whatsapp-imm-2025-07-04-19-09-39.jpeg)
कंपोजिट स्कूल घाटमपुर के बच्चों को प्रार्थना सभा में संचारी रोग के विषय में जानकारी देते प्रधानाध्यापक नाज़िम अली। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। संचारी रोग जागरूकता पखवाड़ा के अंतर्गत शुक्रवार को सैदनगर ब्लॉक के कंपोजिट स्कूल घाटमपुर के बच्चों को प्रार्थना सभा में "स्वच्छता संचारी रोगों के बचाव में सहायक" विषय पर जानकारी दी गई। स्वच्छता का महत्व समझाया गया।
प्रधानाध्यापक नाज़िम अली ने प्रार्थना सभा में कंपोजिट स्कूल घाटमपुर के बच्चों को संचारी रोगों के विषय में समझाते हुए कहा कि संचारी रोग वह रोग होते हैं, जो एक दूसरे को छूने से फैलते हैं, हम इसकी रोकथाम सिर्फ स्वछता के माध्यम से कर सकते हैं। हम स्वच्छ रहकर इन रोगों को फैलने से रोक सकते हैं। स्वस्थ जीवन के लिए उत्तम स्वास्थ्य तथा स्वच्छ वातावरण होना आवश्यक है। निरोग रहने के लिए हमें अच्छे वातावरण की आवश्यकता होती है। अपने वातावरण को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी देश के प्रत्येक नागरिक की होती है। स्वच्छता के प्रति अपने दायित्वों को पूरा करके हम न सिर्फ स्वयं स्वस्थ रह सकते हैं अपितु एक स्वस्थ देश के निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
स्वच्छता के दो रूप होते हैं एक व्यक्तिगत स्वच्छता और एक सार्वजनिक या सामाजिक स्वच्छता
व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए हमें अपने शरीर की साफ सफाई करना आवश्यक है। इसके अंतर्गत दैनिक किए जाने वाले क्रियाकलापों जैसे प्रतिदिन स्नान करना, भोजन के पहले, भोजन के बाद हाथ धोना, स्वच्छ कपड़े पहनना, नियमित रूप से दांत, बाल, नाखून आदि की सफाई करना आवश्यक है। सार्वजनिक या सामाजिक स्वच्छता से तात्पर्य आस पड़ोस की स्वच्छता से है। दूसरे शब्दों में आसपास के वातावरण की पूर्ण सफाई ही सामाजिक या सार्वजनिक स्वच्छता है। इसके अंतर्गत गलियों, सड़कों की सफाई, नदियों, तालाबों, जलाशय की साफ सफाई, सार्वजनिक स्थल जैसे अस्पताल, रेलवे स्टेशन, विद्यालय, पार्क आदि की स्वच्छता आवश्यक है। सामाजिक स्वच्छता के प्रति जागरूकता के अभाव में लोग इधर-उधर कूड़ा कचरा फेंक देते हैं। इस कारण वातावरण में अनेक प्रकार के रोगाणु उत्पन्न होते हैं। इस फेंके गए कूड़े कचरे पर मच्छर, मक्खियां बहुतायत से पनपते हैं।
यही मच्छर, मक्खियां अपने साथ जीवाणु एवं विषाणुओं को भी एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाते हैं। जब यह खुले रखे खाद्य पदार्थ एवं पेय पदार्थ पर बैठते हैं। तो उनके द्वारा लाए गए जीवाणु, विषाणु उन खाद्य पदार्थों पर पदार्थ में चले जाते हैं। जिसे खाने-पीने से टाइफाइड, हैजा, डायरिया, पेट दर्द आदि रोग हो जाते हैं। इसलिए हमें खुले में रखे हुए खाद्य पदार्थों को नहीं खाना चाहिए। यह हमारा दायित्व है कि हम अपने परिवेश को साफ सुथरा रखें। यदि कोई व्यक्ति वातावरण को दूषित करता है तो उसे जागरूक करना भी हमारा परम कर्तव्य है।उन्होंने बच्चों से विभिन्न नारे भी लगवाए। इस अवसर पर मलखान सिंह, अमरपाल सिंह, सीमा गौहर, रजिया बेगम, संगीता यादव, शविस्ता नैयर, शाजिया बी, शहनाज फातिमा, मुजाहिद खान, नसरीन बी, चिरंजीव गुड्डू आदि उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ेंः-
Rampur News : इमामबाड़ा खासबाग में जियारत के लिए जिलेभर से पहुंच रहे हैं अकीदतमंद
Rampur News: रामपुर में स्पेनिश गायिका प्रोफेसर हुइलिंग का होगा कार्यक्रम
रामपुर के टांडा में सोना तस्करः खुलेआम घूम रहे फाइनेंसर डाक्टर, नेता और कोटेदार, पुलिस की आंखें बंद
Gold smuggling: टांडा से भागा तस्करों का फाइनेंसर झोला छाप, मुरादाबाद पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा