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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय रामपुर Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। रामपुर शहर के विभिन्न मोहल्लों के रहने वाले 40 लोगों के खिलाफ नगर शिक्षा अधिकारी गोबर्धन लाल ने जूनियर हाईस्कूल काशीपुर की सरकारी जमीन पर कूटरचित दस्तावेजों और तहसील के अभिलेखों में फर्जी प्रविष्टियां दर्ज कराके जमीन कब्जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इससे पहले जांच के बाद उप जिलाधिकारी न्यायालय ने इस जमीन को श्रेणी वन की सरकारी जमीन होना बताया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है।
गंज थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट मे नगर शिक्षा अधिकारी गोबर्धन लाल ने कहा है कि ग्राम काशीपुर तहसील सदर की गाटा संख्या 348, 375, 470, 505, 544, 584, 1275,1313 व 1402 गांव काशीपुर तहसील सदर की खतौनी फसली में 1402, 1407 में श्रेणी के अंतर्गत जूनियर हाईस्कूल काशीपुर के नाम सरकारी भूमि दर्ज है। लेकिन इसके बाद गाटा संख्या 346, 505, 544, 584, 1275 व 1402 पर कतिपय फर्जी व्यक्तियों के नाम पर प्रविष्टि कर दी गई। उप जिलाधिकारी के न्यायालय में अभिलेखों का परीक्षण करने के बाद 29 अगस्त 2025 को यह पाया गया कि 40 व्यक्तियों के नाम इस सरकारी भूमि पर कूटरचित एवं फर्जी तरीके से प्रविष्टि की गई है। इस मामले का पता चलने पर गंज थाने में 40 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई गई है।
इन 40 लोगों के खिलाफ लिखाई गई रिपोर्ट
फर्जी प्रविष्टियां कराने वालों में यह चालीस लोग शामिल हैं जिनके खिलाफ गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। शाहवेज खां, मोहम्मद यूनिस खां, जेड़ ए खान, हसनुद्दीन खां, रियासुद्दीन, गुलशन जहां, रुवीना खां, मो, आमिल हसन, जिल्ले हसनैन, फैजान सरबर. जुनैद सिद्दीकी, तोइय्यब सिद्दीकी, नुसरत, रोशन जहां, रियाजुद्दीन उर्फ मुन्ने, आसिफ खां, शाहबुद्दीन, शुगुफ्ता, अख्तरी बेगम,आफताब हसन, फरहा नाज, नूरजहां, साइना बी, नसीम जहां, इजाज हुसैन, इरशाद हुसैन, मो, आदिल, मुजफ्फर अली, नदीम, मूसा, ईसा, दाउद, अख्तरी बेगम, जाफर अली, सद्दाम अली, रहबर अली, नाज्मा, फात्मा, मुश्तरी बेगम और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल है।
अभिलेखों में श्रेणी वन में दर्ज है यह जगह
यह जमीन अभिलेखो मे श्रेणी वन में दर्ज है। श्रेणी वन की सभी जमीनें सरकारी होती हैं। जोकि राज्य सरकार के स्वामित्व में दर्ज होती हैं। लेकिन उपरोक्त लोगों ने सरकारी संपत्ति को हड़पने के उद्देश्य से कूटरचना के आधार पर अभिलेखों में फर्जी प्रविष्टियां दर्ज कराके अपराधिक कृत्य किया गया।