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आजम खां और सांसद मोहिब्बुल्लाह Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद अपने घर रामपुर आ गए हैं। रामपुर के अलावा आसपास के जिलों के सभी नेता विधायक आजम खां की रिहाई के वक्त सीतापुर पहुंच गए थे। कुछ सीतापुर नहीं पहुंच सके तो रामपुर में उनके आवास पर आकर मिल रहे हैं। लेकिन रामपुर के सपा सांसद मोहिब्बुल्लाह नदवी की अभी तक कहीं परछाईं तक नहीं दिखी। नदवी अक्सर रामपुर के दौरे तो करते रहे हैं, लेकिन आजम के जेल से रिहा होने की सूचना के बाद अभी तक नहीं आए हैं। राजनीतिक हलकों में इसको लेकर चर्चाएं तेजी से हो रही हैं। तमाम सवाल उठ रहे हैं। आजम खां से पत्रकारों ने अखिलेश यादव का फोन आने के बारे में भी पूछा तो उन्होंने कहा था- पांच साल में मुझे अपनी पत्नी के अलावा किसी का नंबर याद नहीं है। फोन चलाना भी मैं भूल गया हूं।
रामपुर में समाजवादी पार्टी से सांसद मोहिब्बुल्लाह नदवी चुनाव जीते थे। कहीं न कहीं उनकी जीत में आजम खां का वोट बैंक बड़ी वजह रहा, जिससे उन्होंने भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी को कड़ी शिकस्त दी थी, और बिना ज्यादा प्रचार प्रसार के जीत हासिल कर ली थी। मोहिब्बुल्लाह नदवी मूल रूप से रामपुर जनपद के रहने वाले जरूर हैं। लेकिन उनका रामपुर में कोई भी राजनीतिक आधार नहीं था। पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर भी रामपुर में कभी सक्रिय नहीं रहे। पहली बार टिकट मिला और पहली बार में ही जीत जाना उनका जनाधार नहीं बल्कि आजम खां द्वारा बनाई गई जमीन की वजह से ही संभव हुआ था।
अब आजम खां जेल से जमानत पर रिहा हुए तो सांसद मोहिब्बुल्लाह नदवी का दिखाई नहीं देना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। कुछ लोगों ने सांसद को फोन किया तो उन्होंने अपने आपको जरूरी काम से मुंबई में होना बताया था। यंग भारत न्यूज ने जब सांसद को काल की तो फोन रिसीव नहीं हुआ। इस तरह सांसद का अपनी ही पार्टी के संस्थापक सदस्य आजम खां से दूरी बनाए रखना चर्चा का विषय बना हुआ है।
लोकसभा चुनाव 2024 में जब मोहिब्बुल्लाह नदवी चुनाव लड़ रहे थे तो रामपुर में इस बात को लेकर भी चर्चा थी कि आजम खां के समर्थक नदवी को टिकट देने का विरोध कर रहे हैं। क्योंकि नदवी का टिकट आजम खां की रजामंदी से नहीं हुआ ऐसी चर्चाएं थीं। कहीं इसीलिए तो सांसद नदवी अब आजम खां से दूरी नहीं बना रहे हैं। इस तरह की तमाम बातें लोगों के मुंह से निकल रही हैं। कुछ लोग यह भी कहते सुने जा रहे हैं कि भाजपा में आपसी फूट की वजह से घनश्याम सिंह लोधी के पार्टी विरोधियों ने अंदरखाने मोहिब्बुल्लाह की पीठ पर हाथ रख दिया था। इसकी वजह से सपा जीत गई। घनश्याम सिंह लोधी ने भी इसकी अपने संगठन में आवाज उठाई थी। ऐसा माना जा रहा है कि कहीं सांसद मोहिब्बुल्लाह अपनी जीत में आजम से ज्यादा भाजपा के ऐसे नेताओं की कृपा को तो नहीं मानते हैं। इसीलिए आजम से दूरी बनाए रखे हैं। ऐसी बातें राजनीतिक गलियारों में हैं। लेकिन सच्चाई क्या है यह तो सांसद मोहिब्बुल्लाह खुद जानते होंगे।
पार्लियामेंट स्ट्रीट मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिब्बुल्लाह पिछले दिनों रहे थे विवादों में
पार्लियामेंट स्ट्रीट मस्जिद में समाजवादी पार्टी के सांसदों की बैठक को लेकर भूचाल आ गया था। इसमें मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव भी मौजूद थीं। विवाद खूब गहराया था। सांसद मोहिब्बुल्लाह विवादों में घिरे रहे। मस्जिद में इस बैठक को लेकर आपत्ति जताई गई थी। धार्मिक स्थल पर राजनीतिक बैठक लेकर तमाम सवाल खड़े किए गए थे।
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