Advertisment

Air Exercise: सामरिक दृष्टि से पाकिस्तान और चीन को टार्गेट करेगी जलालाबाद की हवाई पट्टी

शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी हवाई पट्टी सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होगी। इस पट्टी से चीन और पाकिस्तान सीधे टार्गेट पर रहेंगे। खास बात यह होगी कि त्रिशूल एयरबेस के अलावा यह पट्टी आपातकालीन स्थितियों में इस्तेमाल की जा सकेगी।

author-image
Akhilesh Sharma
शाहजहांपुर

एयर मार्शल अशोक गोयल सेनि (पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम) Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी हवाई पट्टी सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी। यहां से पाकिस्तान और चीन को टार्गेट किया जा सकेगा। साथ ही इस पट्टी को त्रिशूल हवाई अड्डे के रनवे के अलावा आपात कालीन स्थिति में इस्तेमाल किया जा सकेगा। यहां से युद्धक विमान उड़ाए जा सकेंगे जोकि दुश्मन देशों के दांत खट्टे करने के लिए काफी होंगे। 

गंगा एक्सप्रेस वे पर यह हवाई पट्टी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में जलालाबाद तहसील के गांव पीरू के निकट तैयार की गई है। यह 3.5 किलोमीटर  लंबी हवाई पट्टी है। साथ में पूरी लंबाई पांच किलोमीटर की है। इस पट्टी पर कभी भी लड़कू विमानों की आपातकालीन लैंडिंग कराई जा सकती है। मौजूदा परिस्थितियों में पाकिस्तान और चीन लगातार भारत की सीमाओं पर कुछ न कुछ हरकतें कर रहे हैं। बरेली स्थित त्रिशूल एयरबेस चीन सीमा की निगरानी करता है। इस पट्टी के बनने से त्रिशूल एयरबेस की ताकत बढ़ना माना जा रहा है।

वायु सेना ने सामरिक कौशल का परिचय दियाः एयर मार्शल गोयल

Advertisment

वायुसेना से सेवानिवृत्त एयर मार्शल अशोक गोयल कहते हैं कि त्रिशूल एयरबेस देश का महत्वपूर्ण एयरबेस है। हमेशा से यहां सामरिक दृष्टि से निगरानी अधिक रहती है। वर्तमान में नौसेना अरब सागर में युद्धाभ्यास कर रही है। थल सेना सीमा पर आतंकवादियों को खदेड़कर मार गिरा रही है। इस बीच त्रिशूल एयरबेस की ओर से जलालाबाद में बनी हवाई पट्टी पर वायु सेना शौर्य प्रदर्शन कर सामरिक कौशल का परिचय दे चुकी है। 

त्रिशूल से सुखोई 30 एमकेआई और एएलएच हेलिकाप्टर पहुंचे, अंबाला, हिंडन, गोरखपुर से भी मिले फाइटर प्लेन

हवाई पट्टी पर फाइटर प्लेन की एक्सरसाइज करने के लिए त्रिशूल एयरबेस से सुखोई 30 एमकेआई, एएलएच (एडवांस्ड लाजिस्ट्रिक हेलीकाप्टर) तो गोरखपुर, हिंडन, अंबाला एयरबेस से भी फाइटर प्लेन शाहजहांपुर पहुंचे और एयर एक्सरसाइज में भाग लिया।  

Advertisment

पाकिस्तान और चीन को सिखाया जा सकता है सबक

गंगा एक्सप्रेसवे के इस रनवे से पाकिस्तान और चीन को सबक सिखाया जा सकेगा। सेवानिवृत्त एयर मार्शल अशोक गोयल कहते हैं कि पाकिस्तान और चीन की ओर से आए दिन होने वाली हरकतों को जवाब देने के लिए यह पट्टी सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। त्रिशूल की रनवे के अलावा यह अल्टरनेट रनवे हमें मिला है। आपातकालीन स्थिति में और आपदा की स्थिति में इस रनवे का इस्तेमाल किया जा सकेगा। 

यह भी पढ़ेः-

Advertisment

एयर एक्सरसाइजः एक ही दिन में पूरा हुआ युद्धक विमानों का अभ्यास, त्रिशूल लौटी वायु सेना, हवाई पट्टी पर अभी रहेगी निगरानी

एयर एक्सरसाइज: वायु सेना ने शाहजहांपुर के रनवे पर दिन में दिखाया शौर्य, रात में रच दिया कीर्तिमान

एयर एक्सरसाइजः हवाई पट्टी के आसपास के ग्रामीण बोले- खपड़ी तै उतत्ति चलो गओ हवाई जहाजु, कानु फूटि गए

एयर एक्सरसाइजः चीन-पाकिस्तान को बलिदानियों की धरती से अब मुंहतोड़ जवाब दे सकती है वायुसेना

एयर एक्सरसाइजः राफेल, सुखोई और मिराज की गर्जना से दहल उठा आसमान

Advertisment
Advertisment