Advertisment

दीपावली-2025: जानिए दोपहर, शाम और मध्यरात्रि क्या है पूजन के शुभ मुहूर्त

आज सोमवार है और कार्तिक मास की आज अमावस्या भी। ज्योतिषियों ने दीपावली पूजन के तीन शुभ मुहूर्त समय बताए हैं। बाबा विश्वनाथ मंदिर के पुजारी आचार्य प्रदीप मिश्रा ने भी दीपोत्सव पजन की विधि व महत्व बताया है।

author-image
Narendra Yadav
दीपावली पर जगमगाते दीपक

दीपावली पर जगमगाते दीपक Photograph: (वाईबीएन)

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता :  आज सोमवार है और कार्तिक मास की आज अमावस्या भी। ज्योतिषियों ने दी दीपावली पूजन के तीन शुभ मुहूर्त समय बताए हैं। बाबा विश्वनाथ मंदिर के पुजारी आचार्य प्रदीप मिश्रा ने भी दीपोत्सव पजन की विधि व महत्व बताया है। खबर में जानिए विस्तार से। 

शाम का पूजन 7 से 9 तक

मुख्य पूजा : लक्ष्मी-गणेश पूजा के लिए उत्तम मुहूर्त शाम 07:08 बजे से 08:18 बजे तक माना गया है। बाबा विश्वनाथ मंदिर के पुजारी आचार्य प्रदीप मिश्रा ने शाहजहांपुर में दीपोत्सव पजन 7 से 9 बजे तक बताया है। उन्होंने प्रतिष्ठान पुजन के लिए दोपहर बाद 2 बजे से 4 बजे तक तथा मंत्र सिद्धि पूजन के लिए आधी रात बाद एक बजे से 3 बजे तक शुभ मुहूर्त बताया है। प्रदोष काल (शुभ समय) लगभग शाम 05:46 बजे से 08:18 बजे तक माना गया है। उन्होंने बताया अमावस्या आज शाम 3:44 बजे लग जाएगी। 

पूजा-विधान: कैसे करें दीपावली पूजा

घर की तैयारी: सुबह घर को साफ-सुथरा करें, फर्श-दरवाजे पर रंगोली बनाएं।

पूजा स्थान (मंदिर या अलमारियों) को अच्छी तरह सजाएं — दीप, फूल, पुष्प-मालाएँ, हल्दी-कुंकु, रोली रखें।

हल्के-फुल्के स्नान के बाद शुभ वस्त्र पहनें।


- देवताओं की स्थापना एवं अर्चना:

सबसे पहले गणेश जी का संस्थान करें : ‘विघ्नहर्ता’ के रूप में गणेश जी का पूजना शुभ माना जाता है। उसके बाद माता लक्ष्मी तथा कुबेर देव का पूजन करें। समृद्धि और धन-सम्पत्ति की कामना के लिए। 

Advertisment


- भोग-नैवेद्य:

माता लक्ष्मी को बताशे, अनार, श्रीफल (नारियल) अर्पित करना शुभ माना गया है। गणेश जी को मोतीचूर लड्डू, केले, खीर आदि का भोग चढ़ाना अच्छा माना जाता है। इसलिए प्रिय पदार्थ अर्पित करें। 


- मंत्र-आरती एवं दीप प्रज्ज्वलन:

पूजा के दौरान “ॐ श्री गणेशाय नमः”, “ॐ श्री महालक्ष्म्यै नमः” आदि मंत्रों के साथ पूजन करें। आरती के बाद दीपक जलाएं। घर-मालिका, अंदर और बाहर, यह रौशनी के प्रतीक हैं।


 शुभकामनाएं-वहन एवं आतिथ्य:

पूजा समापन पर अपने  स्वजनों व परिचितों को शुभकामनाएं दें। दीपदान करें, गरीब-जरूरतमंदों को प्रसाद बाटें।

Advertisment

 विशेषज्ञों के संकेत सुझाव

गायत्री शक्तिपीठ के परिव्राजक बादशाह शर्मा के अनुसार पूजा के बाद घर के मुख द्वार पर दीपों की कतार लगाना शुभ माना जाता है। खिड़की-दरवाजों पर हल्की रोशनी करना चाहिए। शोध चिकित्सक व समाजसेवी चिकित्सक डा रविमोहन ने आतिशबाजी छुटाने में सावधानी की सलाह दी। 

यह भी पढें

दीपावली मौसम : आधी रात बाद चरम पर पहुंच सकता वायु गुणवत्ता सूचकांक, आतिशबाज़ी और नमी से बिगड़ सकती है हवा, बच्चे- बुज़ुर्ग रहे सावधान

दीपावली के बाद डिटॉक्स: अपनाएं आयुर्वेदिक उपाय और रखें सेहत का ख्याल

शाहजहांपुर जिला जेल में दीपावली की रौनक, स्वर्ग सा दिखा माहौल

दीपावली पर टीम लखनऊ ने पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए भेजा राहत का तोहफा

रेलवे : दीपावली या छठ त्योहारों पर ज्वलनशील या विस्फोटक पदार्थ लेकर ट्रेन में यात्रा न करें

Advertisment
Advertisment
Advertisment