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रामलीला में भी सास -बहू का झगडा, सुलोचना से नाराज मंदोदरी ने मंच छोड़ा

सास- बहू का झगडा आमबात है, लेकिन जब रामलीला में यह कुसंस्कार घर कर जाए तो खबर बन जाती है। शहर की सबसे बडी रामलीला में यही हुआ। यहां रामलीला समिति पदाधिकारियों की अनदेखी में एक मजे हुए कलाकार को मंच छोडना पडा और थी मंदोदरी। जिसका सुलोचना से विवाद हो गया।

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Narendra Yadav
ओसीएफ रामलीला मंचन करते कलाकार

ओसीएफ रामलीला मंचन करते कलाकार Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता। सास- बहू के झगडे का कुसंस्कार रामलीला में भी पहुंच गया। शहर की सबसे बडी रामलीला में वहां के समिति पदाधिकारियों की अनदेखी में एक मजे हुए कलाकार को मंच छोडने के लिए विवश होना पडा। यहां सुलोचना का किरदार निभाने वाली कलाकार से मंदोदरी का किरदार निभाने वाली कलाकार से विवाद हो गया। समिति पदाधिकारियों की चुप्पी में रिहर्सल के बाद लीला मंचन पर भी असर पडा है। 

दरअसल मंच के पीछे रिहर्सल के दौरान सुलोचना और मंदोदरी की भिड़ंत के बाद मंदोदरी बनी कलाकार ने रोल ही करने से इंकार कर दिया। मामला वरिष्ठ कलाकारों व समिति पदाधिकारियों तक पहुंचा, लेकिन किसी ने विवाद हल करने का प्रयास नहीं किया। नतीजतन महिला कलाकार को व्यथित होकर मंच से नाता तोडना पडा। 

इस कारण सुर्खियों में आया मामला 

गत दिनों मंच के पीछे रावण की पत्नी मंदोदरी और पुत्रवधू सुलोचना के बीच जमकर तकरार हुई। डायरेक्टर ने  सुलोचना का पक्ष लिया। इससे मंदोदरी नाराज हो गई।  लिहाजा उसने शर्त रखकर कहा कि वह सुलोचना के साथ किरदार नहीं निभाएंगी। एक मंच पर एक ही रहेगा। या व या सुलोचना।  मंदोदरी बनी किरदार कलाकार कहती हैं कि डायरेक्टर उसकी नहीं सुनते। सुलोचना की बात को ज्यादा तरजीह देते हैं। वह अपना अनादर स्वीकार नहीं कर सकती। आखिर डायरेक्टर सुलोचना को इतना वजन क्यों देते हैं, इसकी वजह पूछने पर मंदोदरी दो टूक कहती हैं कि यह तो पूरा मंच जानता है। मंच पर बिखरी गंदगी को कौर साफ करेगा, ये समय के गर्भ में है।

पक्षपात के भी आरोप

बताते चलें कि की सालों में धीरे-धीरे पुराने कलाकारों ने विसंगतियों के चलते मंच से किनारा कर लिया। कलाकारों का मानना है कि अब मंच पर पहले सा सम्मान नहीं मिलता। लिहाजा मंचन करने से कोई मतलब नहीं। आरोप है कि जिम्मेदारों के  पक्षपात के कारण कलाकार मानसिक रूप से आहत हो रहे हैं।

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