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Photograph: (shahjahanpur netwrk)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता।भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में पैदा हुई तल्खी के बीच अब भारतीय उद्योगपति खुलकर सामने आ गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से भारत के कुछ उत्पादों पर 25% तक टैरिफ बढ़ाने की धमकी और रूस से तेल व रक्षा उपकरणों की खरीद पर संभावित रोक के खिलाफ शुक्रवार को इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन शाहजहांपुर इकाई ने बैठक व प्रेसवार्ता कर विरोध दर्ज कराया।
शुक्रवार यानी एक अगस्त को रायल पन्ना होटल में आइआइए पदाधिकारियों की सबसे पहले बैठक हुई, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की औद्योगिक नीतियों पर चर्चा हुई। संस्था सचिव रोहित गोयल ने संचालन करते हुए कहा देश के देश के उद्यमी अमेरिका की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। अमेरिका की टैरिफ नीति दरअसल आर्थिक आतंकवाद है और इसका एकजुटता से जवाब दिया जाएगा।
कोरोना काल में भारत ने किया वैश्विक नेतृत्व, फिर भी डेड इकोनामी कैसे
आइआइए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश प्लाईवुड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने दो टूक कहा अमेरिका अवसरवादी नीति अपना रहा है। एक तरफ भारत के खिलाफ टैरिफ बढ़ा रहा है वहीं पाकिस्तान जैसे देश से व्यापार बढ़ा रहा है। ट्रम्प की ओर से भारत को डेड इकॉनमी कहना न केवल निंदनीय बल्कि तथ्यों के विपरीत है। अगर हम मृत हैं तो फिर अमेरिका भी दिवालियेपन की ओर है। उन्होंने कहा भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10% की भागीदारी रखता है। कोरोना काल में जब दुनिया थमी थी तब भारत ने वैक्सीन्स, पीपीई किट्स और दवाओं के जरिये वैश्विक नेतृत्व किया। यही हमारी असली ताकत है। अग्रवाल ने सरकार से मांग की कि वह अमेरिकी बाजार को निर्यात करने वाले उद्योगों के लिए सब्सिडी और नीति समर्थन दे, ताकि इस मुश्किल समय में उन्हें राहत मिल सके। उन्होंने सुझाव दिया कि जापान, यूके, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया जैसे मित्र देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को और मजबूती दी जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका ने टैरिफ नीति वापस नहीं ली तो उसका दीर्घकालिक नकारात्मक असर भारत के साथ-साथ खुद अमेरिका पर भी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम भारत के उद्यमी हैं आर्थिक आतंकवाद के आगे कभी झुकेंगे नहीं।
कम लागत के साथ गुणवत्ता बढाकर उद्यमी दर्शाए दक्षता
आइआइए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा कि इस समय उद्यमियों को दक्षता साबित करने का समय है। इसके लिए जरूरी है कि उद्यती आपदा को अवसर में बदलने की ठान ले, इससे समाधान निकल आएगा। उन्होंने कहा उद्यमियों को तकनीक को अपनाकर लागत घटाकर गुणवत्ता को बढ़ाना होगा, ताकि उत्पाद आयातकों की पहली पसंद बन सकें।
आयात शुल्क की वृद्धि से कृषि समेत कई उद्योग होंगे प्रभावित
आइआइए के मंडलीय सचिव गुरजीत मोंगा ने कहा यदि भारत सरकार ट्रंप की ट्रेड डील पर समझौता करती तो हमारे कृषि उत्पादक, किसान भाई, डेरी एवं कुटीर और लघु हुत बुरी तरह प्रभावित होंगे। देश आर्थिक गुलामी की ओर बढ़ सकता है। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से जारी नीति को आर्थिक आतंकवाद करार दिया, कहा कि पाकिस्तान की सोच के साथ काम कर रहा अमेरिका। चेताया यदि अमेरिका ने अपनी अनुचित नीतियों को वापस नहीं लिया तो उसे पछताना पड़ेगा।
यह उद्यमी रहे मौजूद
प्रेसवार्ता में पूर्व मंडलीय चेयरमैन व विहिप पदाधिकारी अभिनव ओमर, कोषाध्यक्ष जय गोविंद मोदी, पूर्व मंडलीय चेयरमैन वाइस चेयरमैन हेमंत रोहरा, सह सचिव विकास अग्रवाल व अंकित गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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