Advertisment

हजयात्रा पर जाने की सोच रहे हैं तो जान लें पार्टनर को भी ले जाना होगा जरूरी

हजयात्रा पर जाने के लिए मुरादाबाद के करीब पच्चीस फीसदी ऐसे लोग हैं जिनकी उम्र साठ साल या इससे अधिक हैं, मगर ऐसे बुजुर्गों को अब हजयात्रा करने के लिए लागू की गई एक नई शर्त का पालन करना होगा।

author-image
Anupam Singh
sdfghm
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता। 

हजयात्रा पर जाने के लिए मुरादाबाद के करीब पच्चीस फीसदी ऐसे लोग हैं जिनकी उम्र साठ साल या इससे अधिक हैं, मगर ऐसे बुजुर्गों को अब हजयात्रा करने के लिए लागू की गई एक नई शर्त का पालन करना होगा। जिसके तहत वह बुजुर्ग हज यात्रा पर जा सकेंगे, जो अपने साथ अधिकतम 45 वर्षीय केयर टेकर (पार्टनर) रख सकें।

यह भी पढ़ें: Moradabad: काली कमाई का अड्डा बना प्रदूषण कार्यालय,अधिकारी कर रहे मोटी कमाई

बुजुर्गों के पार्टनर हजयात्री की उम्र अधिकतम 45 साल ही मान्य होगी। यह नियम इस साल की हजयात्रा के लिए लागू होगा। मुरादाबाद में हजयात्रा के लिए मुख्य ट्रेनर नियुक्त हुए मोहम्मद नाजिम के मुताबिक गत वर्ष हजयात्रा के दौरान जबरदस्त हीटवेव के चलते तमाम लोगों की मौत हो गई थी। इनमें काफी संख्या बुजुर्ग हजयात्रियों की थी।

यह भी पढ़ें:पीने के पानी को तरसे नवीन मंडी मुरादाबाद के आढ़ती व कारोबारी

Advertisment

 संज्ञान में आया कि अधिकतर बुजुर्ग हजयात्रियों के साथ कोई युवा पार्टनर नहीं होने के चलते उन्हें पर्याप्त देखभाल नहीं मिल सकी। इसकी पुनरावृत्ति नहीं होने देने के मकसद से सरकार ने इस साल की हजयात्रा में 65 साल से अधिक उम्र के उन्हीं लोगों को इसकी अनुमति देने का फैसला किया है, जिनके साथ 19 से 45 साल के युवा पार्टनर जाएंगे।

मुरादाबाद से तीन हजार लोग जाएंगे हज पर

हजयात्रा पर जाने के इच्छुक मुरादाबाद के लोगों ने इसके लिए आवेदन करना शुरू कर दिया है। हजयात्रा पर जाने को मुरादाबाद का कोटा तीन हजार लोगों का तय किया गया है। मुख्य हज ट्रेनर ने बताया कि इस बार बुजुर्ग हजयात्री के साथ युवा पार्टनर का होना अनिवार्य किए जाने के चलते आवेदकों की संख्या तय कोटे से पार होने के आसार हैं। हालांकि, इस मामले में कुछ शर्तें भी लागू की गई हैं।

यह भी पढ़ें:  पंचायती राज विभाग में घोटाला, जांच शुरू

65 साल वालों को मिलेगी प्राथमिकता

मसलन,पैंसठ प्लस के बुजुर्ग की पहली हजयात्रा होने पर ही उसे वरीयता मिलेगी। आवेदकों की संख्या निर्धारित कोटे से अधिक होने पर ड्रॉ निकालकर हजयात्रियों को चुना जाएगा। इस बार की हजयात्रा अप्रैल में शुरू होने जा रही है। हजयात्रियों को तीन चरणों में इससे जुड़ा प्रशिक्षण दिया जाएगा।

Advertisment
Advertisment
Advertisment