Moradabad: वार्ड-37 के वाशिंदे देख रहे विकास की राह
मुरादाबाद पूर्ण रूप से स्मार्ट सिटी अभी बना भी नहीं है। इसका बखान जोर-शोर से सभी जगह किया जा रहा है, मगर शहर के लोग चारों ओर मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। अभी भी लोगों को टूटी सड़कों, चोक नालियों और सफाईकर्मी न आने की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मुरादाबाद पूर्ण रूप से स्मार्ट सिटी अभी बना भी नहीं है। इसका बखान पूरे में जोर-शोर से सभी जगह किया जा रहा है,मगर शहर के लोग अभी भी चारों ओर मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। अभी भी लोगों को टूटी सड़कें, चोक नालियां और सफाई कर्मी न आने की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
सफाईकर्मियों के लिए तरस रही लोगों की निगाहे
यंग भारत की टीम ने जब वार्ड 37 की गलियों की समस्याओं को जाना, तो हर तरफ लोग मूलभूत सुविधाओं से परेशान नजर आए। वार्ड में लोग आज भी सफाई कर्मियों की राह देख रहे हैं। कहीं पर सफाई कर्मी आते हैं, तो कहीं पर सफाई कर्मियों के लिए लोगों की नजर तरस रही है। इतना ही नहीं टूटी सड़कें भी लोगों के लिए बड़ी समस्या बनकर उभरी है।
कहने को तो वार्ड-37 घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है, मगर मूलभूत सुविधाओं के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है। यहां मझोला से लेकर पुतलीघर रोड में हर दो कदम पर सड़कें टूटी पड़ी हैं, जिस पर लोगों का चलना किसी चुनौती से काम नहीं है। यहां गली नंबर एक का हाल तो काफी बदहाल पड़ा है। हर तरफ गंदगी ही पसरी हुई है। इतना ही प्लाटों में कूड़े के ढेर लगे हैं, नालियां चोक पड़ी हैं। बरसात के मौसम में जलभराव जैसी समस्याओं का लोगों को सामना करना पड़ता है, उसके बाद भी जिम्मेदार केवल मौन धारण किए बैठे हैं। यहां आगे चले तो गली नंबर दो में लोगों के घर के आगे की स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी है। गली में सफाई कर्मी सफाई करने के लिए नहीं आते है, जिस वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के लोग अपनी समस्याओं को लेकर पार्षद के पास जाते हैं, तो वह बहाने बना देते हैं, जिसके बाद लोगों को निराशा होकर वापस लौटना पड़ता है।
दुकानदार अभिषेक गुप्ता का कहना है कि मझोला चौक से लेकर पुतलीघर रोड पर जगह-जगह सड़कें टूटी पड़ी हैं। यहां हमारी दुकान के आगे गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। स्थानीय पार्षद को हमारी समस्या का समाधान करना चाहिए।
ज्योती
स्थानीय निवासी ज्योति का कहना है कि हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। घर के आगे नालियां चोक पड़ी हैं और सड़के भी टूटी हुई है। इस और जिम्मेदार का कोई भी ध्यान नहीं है।
नीतू
स्थानीय निवासी नीतू का कहना है कि गली नंबर 1 में हर दो कदम पर सड़कें उखड़ी पड़ी हैं। बरसात में जल भारत जैसे समस्या का सामना करना पड़ता है। कई बार स्थानीय पार्षद को अपनी समस्या के बारे में बताया, मगर अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
स्थानीय निवासी अवधेश का कहना है कि क्षेत्र में सफाई का अभाव है। हम लोगों को गंदगी के बीच ही गुजर बसर करनी पड़ रही है। यहां नालियां चोक पड़ी है। कई बार जिम्मेदार से अपनी समस्या के बारे में बताया, मगर अभी तक कोई हल नहीं ही निकल सका है।
नरेश कुमार
स्थानीय निवासी नरेश कुमार का कहना है कि हमारे घर के आगे स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी है और सफाई कर्मी भी नहीं आते हैं, जिस वजह से हम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हमारी समस्या का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए।
मीनू
स्थानीय निवासी मीना का कहना है कि हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पानी भी कम आता है, अगर आता है, तो साफ नहीं आता है। जिस वजह से बीमारियां उत्पन्न होने का डर बना रहता है। पार्षद को हमारी समस्या का जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए।
स्थानीय पार्षद शैलेंद्र कुमार कहा है कि क्षेत्र में काफी सड़के बनावा दी गई। सफाई कर्मचारी 20 से अधिक है,मगर कुछ दिनों से सफाई नायक का परिवारिक समस्या होने के कारण नहीं आ रहा है,जिस वजह से वार्ड में नियमित सफाई नहीं हो पा रही है। फिलहाल लोगों की जो समस्या होती उसका समाधान किया जाता है। इस वक्त करीब एक करोड़ अधिक प्रस्ताव भेज रखे है। जल्द वार्ड की सूरत पूरी तरह बदल जाएगी। इतना ही नहीं वार्ड में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं।