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लालपुर डैम पर बाढ़ की स्थिति देखने पहुंचे जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक। Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
रामपुर, वाईबीएन नेटवर्क। जिले में कोसी समेत सभी नदियां उफनाई हुईं हैं। करीब 35 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कोसी नदी में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इसी के मद्देनजर जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह व पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र ने कोसी नदी पर बने लालपुर डैम का निरीक्षण किया। कोसी नदी की बाढ़ से शहर से सटे कुछ इलाके प्रभावित होने से दिक्कत होती है। अफसरों ने इसके लिए भी इंतजमा देखे।
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कोसी नदी में इस समय रामनगर बैराज से कई हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। लास्ट डिस्चार्ज 17 हजार 400 क्यूसेक पानी बताया जा रहा है। दढ़ियाल के पुल पर लगे गेज में मीटर गेज पर 209 मीटर पर खतरे का निशान है। लेकिन यहां 211 मीटर पर पानी चल रहा है। खतरे के निशान से ऊपर पानी बहने के कारण प्रानपुर रोड पर मुख्य मार्ग पर पानी आ गया। यह पानी सीधा घाटमपुर की ओर निकल रहा है। आबादी में पानी पहुंचने की संभावना है। रामगंगा और भाखड़ा, पीलाखार नदियों में भी जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ने की संभावना है। जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह ने कोसी नदी किनारे जाकर बाढ़ की स्थिति का आकवन किया। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता नवीन कुमार सिंह भी साथ थे।
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सतर्क रहें, लेकिन अभी ज्यादा खतरा नहीं
सिंचाई विभाग नहर खंड के सहायक अभियंता अजीत कुमार सिंह ने बताया कि पहाड़ों पर बारिश अधिक होने के कारण यह स्थिति बनी है। पानी तो बढ़ा है, लेकिन अभी खतरे वाली कोई बात नहीं है। जिले में बाढ़ प्रभावित 35 गांव रहते हैं, जहां पहले से ही सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। लगातार मानीटरिग की जा रही है। अधिक पानी छोड़ा गया तो दिक्कत आ सकती है। फिलहाल पहाड़ों पर बारिश कुछ थमी है। जिससे राहत मिली रहेगी।
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